'स्वाभिमानी देश दबाव में नहीं झुकता', अमेरिकी प्रतिबंधों पर बोले रूसी राष्ट्रपति पुतिन

Vladimir Putin on US Sanctions: अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट और लुकोइल, पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. यह कदम यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए मॉस्को पर दबाव बढ़ाने की कोशिश है. अमेरिकी वित्त विभाग के मुताबिक, इन प्रतिबंधों का मकसद रूस की युद्ध के लिए धन जुटाने की क्षमता को कम करना है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: X (@RpsAgainstTrump, @spoilswar9)

Vladimir Putin on US Sanctions: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों को अमित्र कदम करार दिया है. उन्होंने कहा कि ये प्रतिबंध रूस-अमेरिका संबंधों को और खराब करेंगे. पुतिन ने गुरुवार को साफ कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था पर इनका कोई खास असर नहीं होगा. रशिया टुडे के हवाले से पुतिन ने कहा कि कोई भी स्वाभिमानी देश दबाव में नहीं झुकता.

अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट और लुकोइल, पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. यह कदम यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए मॉस्को पर दबाव बढ़ाने की कोशिश है. अमेरिकी वित्त विभाग के मुताबिक, इन प्रतिबंधों का मकसद रूस की युद्ध के लिए धन जुटाने की क्षमता को कम करना है. इसके तहत दोनों कंपनियों की अमेरिकी संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं. साथ ही, अमेरिकी नागरिकों और संस्थाओं को इन कंपनियों के साथ व्यापार करने से रोक दिया गया है.

रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन प्रतिबंधों को बहुत बड़ा कदम बताया. व्हाइट हाउस में नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा कि ये प्रतिबंध रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों के खिलाफ हैं. हम चाहते हैं कि युद्ध जल्द खत्म हो. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका मिसाइलों और अन्य हथियारों से जुड़े सवालों की जांच कर रहा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि युद्ध की नौबत नहीं आएगी. पुतिन ने अमेरिका पर प्रतिबंधों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ऐसी रणनीतियां कभी कामयाब नहीं होंगी. पुतिन ने सवाल उठाया कि अमेरिकी प्रशासन में कुछ लोग रूसी तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का दबाव क्यों बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह समझना मुश्किल है कि वे किसके हित में काम कर रहे हैं.

दोनों देशों के बीच बातचीत की संभावना

पुतिन ने यह भी बताया कि बुडापेस्ट में प्रस्तावित रूस-अमेरिका शिखर सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया है. यह बैठक पहले ट्रंप और पुतिन की फोन पर बातचीत के बाद तय हुई थी. पुतिन ने कहा कि बिना तैयारी के शिखर सम्मेलन करना गलती होती. हालांकि, उन्होंने भविष्य में बातचीत की संभावना से इनकार नहीं किया. पुतिन ने जोर देकर कहा कि टकराव और युद्ध से बेहतर है कि दोनों देश बातचीत करें. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका दबाव की नीति छोड़कर गंभीर बातचीत करता है, तो कई क्षेत्रों में सहयोग संभव है. पुतिन का यह बयान दिखाता है कि वह तनाव कम करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते बातचीत सम्मानजनक हो.

Tags :