AAP in Bihar Election: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होना है. हालांकि तारीख की घोषणा अभी तक चुनाव आयोग द्वारा नहीं की गई है. लेकिन पार्टियों द्वारा चुनाव की तैयारी तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज ऐलान किया है कि उनकी पार्टी (AAP) भी बिहार में इस बार चुनाव लड़ेगी. केजरीवाल का यह फैसला बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है.
बिहार में 243 विधानसबा सीटों के लिए एक बार फिर सारी पार्टियां अपनी पूरी कोशिश करने में जुट गई है . पिछला चुनाव 2020 में हुआ था. तब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने सरकार बनाई थी. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने. लेकिन बाद में सियासी उलटफेर हुए. अगस्त 2022 में नीतीश की जेडी(यू) ने एनडीए से नाता तोड़ा और आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ सरकार बनाई. फिर जनवरी 2024 में जेडी(यू) ने महागठबंधन छोड़कर फिर से एनडीए के साथ सरकार बनाई.
केजरीवाल ने कहा कि आप बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे मुद्दों पर ध्यान देगी. उन्होंने दिल्ली और पंजाब में अपनी सरकारों के काम को मिसाल बताया. आप का लक्ष्य बिहार में जनता को एक नया विकल्प देना है. केजरीवाल ने कहा कि हम बिहार के लोगों को बेहतर सुविधाएं देंगे. पार्टी जल्द ही अपने उम्मीदवारों की सूची और रणनीति तैयार करेगी. बिहार में इस समय नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की सरकार है. लेकिन महागठबंधन भी मजबूत विपक्ष की भूमिका में है. आप की एंट्री से सियासी समीकरण बदल सकते हैं. आप का फोकस युवा और शहरी मतदाताओं पर हो सकता है. दिल्ली और पंजाब में अपनी सफलता के बाद आप बिहार में भी अपनी पहचान बनाना चाहती है.
आप के लिए बिहार में राह आसान नहीं होगी. नीतीश कुमार और आरजेडी जैसे स्थापित दल पहले से मजबूत हैं. इसके अलावा, बिहार में जातिगत समीकरण भी अहम भूमिका निभाते हैं. आप को इन चुनौतियों से निपटना होगा. फिर भी, केजरीवाल की साफ छवि और उनकी मुफ्त योजनाएं मतदाताओं को आकर्षित कर सकती हैं. आप ने बिहार में अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी कार्यकर्ता गांवों और शहरों में प्रचार करेंगे. केजरीवाल जल्द ही बिहार में रैलियां भी कर सकते हैं. बिहार की जनता के सामने अब एक नया विकल्प होगा. यह देखना रोचक होगा कि आप का यह कदम कितना असर डालता है.