PM मोदी ने एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से की मुलाकात, सोशल मीडिया पर शेयर किया पोस्ट

भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया. जिसके बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की.

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Courtesy: Social Media

PM Modi Meets CP Radhakrishnan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की. उन्होंने यह खास मुलाकात नाम के ऐलान के अगले दिन किया है. जिसके बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर किया.

पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा कि सीपी राधाकृष्णन जी से मुलाकात की. इस दौरान उन्हें बधाई दी. उनकी लंबी जनसेवा और अनुभव देश के लिए मूल्यवान है. वे पहले की तरह ही समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करेंगे.

भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला

भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में चुना है. यह निर्णय भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह शामिल थे. यह घोषणा पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद हुई. धनखड़ ने अगस्त 2022 में शुरू हुए अपने कार्यकाल के दो साल बाद पद छोड़ा. सीपी राधाकृष्णन के नामांकन से भाजपा ने तमिलनाडु में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की है. साथ ही, विपक्ष को कमजोर करने की रणनीति भी अपनाई है. 

कैसा रहा सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर?

द्रमुक ने इंडिया ब्लॉक से तमिलनाडु के किसी उम्मीदवार को मैदान में उतारने का सुझाव दिया है. इससे द्रमुक अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है. सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर चार दशक लंबा रहा है. उन्होंने 1974 में भारतीय जनसंघ से शुरुआत की और 1996 में भाजपा के तमिलनाडु सचिव बने. दो बार उन्हें कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुना गया. उन्होंने कपड़ा, वित्त और सार्वजनिक उपक्रमों की संसदीय समितियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. राधाकृष्णन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है. वे ताइवान में भारत के पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा भी रहे. 2004-2007 तक भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष के रूप में उन्होंने 93 दिनों की 19,000 किलोमीटर की रथयात्रा की, जिसमें नदी-जोड़, अस्पृश्यता उन्मूलन और आतंकवाद विरोधी मुद्दों पर ध्यान दिया गया. 

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