Yamuna Rises: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से दिल्ली वालों की चिंता बढ़ती जा रही है. पुराने रेलवे पुल पर रविवार शाम को जलस्तर 204 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी के निशान से अधिक है. अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अगर यमुना का जलस्तर 206 मीटर को पार करता है, तो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बाहर निकाला जााएगा. स्थितियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और बाढ़ से निपटने के लिए सभी एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है.
यमुना के जलस्तर में वृद्धि के पीछे प्रमुख वजह हथिनीकुंड और वज़ीराबाद बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी है. हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट इस मानसून सीजन में पहली बार खोल दिए गए हैं. ऊपरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर भी बढ़ा है, जिसने यमुना की स्थिति को और गंभीर बना दिया है. अधिकारियों ने बाढ़ की किसी भी संभावना से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार के लिए दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में छिटपुट बारिश का अलर्ट जारी किया है. पिछले 24 घंटों में नजफगढ़, सफदरजंग, पालम और द्वारका जैसे इलाकों में बारिश दर्ज की गई. यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और निम्न दाब प्रणाली के कारण है. दिनभर हल्की बूंदाबांदी और शाम को मध्यम बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, 23 अगस्त को हल्की से भारी बारिश हो सकती है.
दिल्ली-एनसीआर में हाल की बारिश ने वायु गुणवत्ता को बेहतर किया है. हल्की बारिश के बाद रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 91 रहा, जो 'संतोषजनक' श्रेणी में आता है. यह पिछले दिन के 118 AQI से कम है, जिसे 'मध्यम' श्रेणी में रखा गया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, बारिश और तेज हवाओं ने प्रदूषण को कम किया है. इस साल दिल्ली में 53 दिन 'संतोषजनक' AQI दर्ज किए गए, जो 2020 के बाद सबसे अधिक है. यमुना के बढ़ते जलस्तर और बारिश की संभावना को देखते हुए नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है.