Air India Crash: अहमदाबाद विमान हादसा ना केवल देश बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए एक बुरी याद बन गई है. इस हादसे को लेकर जांच जारी है. हालांकि ऐसे में संसद समिति की एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दुर्घटना जांच और विमानन सुरक्षा के लिए वित्त पोषण में विसंगतियों को चिन्हित किया गया है.
दुनिया भर में भारत विमानन बाजार में तीसरे नंबर पर है. ऐसे में इसका मेंटेनेंस और सिक्योरिटी का भी बजट उतना ही ज्यादा है. इस रिपोर्ट में सुरक्षा बुनियादी ढांचे और दुर्घटना जांच क्षमताओं के लिए 35 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन अपर्याप्त बताया गया है.
राज्यसभा में 25 मार्च को संसद की स्थायी समिति ने रिपोर्ट पेश की. जिसमें नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) को असंगत बजट आवंटन का मुद्दा उठाया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए DGCA को 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जबकि AAIB और BCAS को क्रमशः केवल 20 करोड़ रुपये और 15 करोड़ रुपये मिले. जो की इसकी सुरक्षा और रखरखावके लिए काफी नहीं बताया गया था. अब दुर्घटना की जांच AAIB कर रही है.
संसद समिति द्वारा पेश किए गए रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में हवाई यात्राओं में कई गुणा की वृद्धि हुई है. ऐसे में AAIB और BCAS को अधिक धनराशि आवंटित किए जाने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में यह कहा गया था कि यह आकलन करना जरूरी है कि क्या ये फंड सुरक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और जांच क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पर्याप्त हैं. संशोधित उड़ान योजना के तहत जैसे-जैसे विमानन टियर II और III शहरों में फैल रहा है, सुरक्षा बुनियादी ढांचे और क्षमताओं को आनुपातिक रूप से बढ़ाया जाना चाहिए. अब ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इस घटना के पीछे अब किसका दोष दिया जा सकता है.