पसीने में खुजली ने कर दिया है बुरा हाल? इन घरेलू तरीकों से मिलेगी ठंडक और राहत

Tips for Itching: गर्मियों का मौसम आते ही त्वचा पर पसीने की वजह से खुजली होने लगती है। ये खुजली पसीने के साथ होती है और चिपचिपाहट बढ़ते ही लाल दाने और रैशेज त्वचा का बुरा हाल कर डालते हैं। धूप से आने के बाद ये खुजली ज्यादा परेशान कर डालती है। छोटे बच्चे इस […]

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Tips for Itching: गर्मियों का मौसम आते ही त्वचा पर पसीने की वजह से खुजली होने लगती है। ये खुजली पसीने के साथ होती है और चिपचिपाहट बढ़ते ही लाल दाने और रैशेज त्वचा का बुरा हाल कर डालते हैं। धूप से आने के बाद ये खुजली ज्यादा परेशान कर डालती है। छोटे बच्चे इस खुजली का ज्यादा शिकार बनते हैं क्योंकि वो धूप में भी खेलने निकल जाते हैं। कई बार तंग कपड़े और सिंथेटिक कपड़े पहनने की वजह से भी ज्यादा पसीना आता है और खुजली परेशान कर देती है। यूं तो बाजार में खुजली के लिए दवा मिलती है, लेकिन कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक तरीके हैं जिनकी मदद से इस पसीने वाली खुजली से छुटकारा पाया जा सकता है औऱ इसकी मदद से त्वचा को नैचुरल ठंडक भी मिल सकती है। चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ शानदार नुस्खों के बारे में जिनकी मदद से पसीने वाली खुजली का अंत किया जा सकता है।

पसीने से होने वाली खुजली को दूर करने के शानदार तरीके –

मुल्तानी मिट्टी को गर्मियों में किसी असरदार नुस्खे से कम नहीं आंका जा सकता है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा को नैचुरल ठंडक प्रदान करती है। ये स्किन को साफ करने के साथ साथ संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को मार डालती है जिसकी वजह से खुजली शांत हो जाती है। पसीने के कारण होने वाली खुजली को दूर करने के लिए मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाना चाहिए। सबसे पहले एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लेना चाहिए। अब इस पेस्ट को 10 मिनट के लिए प्रभावित त्वचा लगा कर रखें और फिर सूखने पर धो लें। इससे आपकी त्वचा पर पसीने की वजह से हो रही खुजली खत्म हो जाएगी।

कच्चा आलू भी खुजली का दुश्मन कहा जाता है। गर्मियों में होने वाली खुजली, रैशेज और घमोरियों से राहत पाने के लिए कच्चा आलू काटकर उसके स्लाइस को प्रभावित जगह पर मलने से खुजली खत्म हो जाती है। इस आलू के रस को लगाने से घमोरियों को आराम मिलता है क्योंकि आलू में कूलिंग एजेंट्स होते हैं।

तुलसी के पत्तों की मदद से भी खुजली की समस्या को दूर किया जा सकता है। दरअसल तुलसी के पत्तों में मौजूद एंटीफंगल, एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण शरीर और त्वचा पर संक्रमण करने वाले बैक्टीरिया को मारकर त्वचा को स्वस्थ बनाते हैं। खासकर गर्मी में पसीने के कारण होने वाली खुजली को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का रस काफी प्रभावी साबित होता है। सबसे पहले तुलसी के पत्तों को धोकर ब्लैंडर में बारीक पीस लीजिए। ।अब इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर 15 से 20 मिनट के लिए लगाकर रख लें। सूखने पर इस जगह को सादे पानी की मदद से साफ कर लें।

गाजर तो आपके घर में आती ही होगी। एक गाजर को घिस कर उसमें जरा सा सेंधा नमक मिला दीजिए औऱ इस गूदे को खुजली वाले स्थान पर कुछ देर के लिए लगा दीजिए। इससे खुजली की समस्या में राहत मिलती है और लगातार इस नियम को करेंगे तो खुजली की समस्या खत्म हो जाएगी।

अनार के फल के साथ जो पत्ता आता है, उसे फैंकने की बजाय उसे मिक्सी में पीस लीजिए और इसका लेप खुजली औऱ दाद वाली जगह पर करने पर कुछ दिन में राहत मिलने लगती है। इन पत्तों को फैंकने की बजाय आप स्टोर करके रखेंगे तो ये घर में कई काम आते हें और इनके एंटी बैक्टीरियल गुण दाद खाज खुजली को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं।

नारियल तेल भी खुजली में काफी राहत देने का काम करता है। नारियल के तेल में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण त्वचा पर खुजली का कारण बन रहे बैक्टीरिया को जड़ से साफ कर देते हैं जिससे ना केवल खुजली से राहत मिलती है बल्कि रूखी त्वचा को भी पोषण और तेल की नमी मिलने पर वो मुलायम और स्मूद हो जाती है।

एलोवेरा एक आयुर्वेदिक और कूलिंग एजेंट माना जाता है जो त्वचा की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। पसीने वाली खुजली में इसका जैल लगाया जाए तो काफी राहत मिलती है। इसके अलावा सन बर्न और सन टैनिंग की समस्या में भी इसके जैल को लगाने से राहत मिलती है। ये त्वचा को ठंडक देता है और खुजली शांत कर देता है।