Covid JN.1 Varient: जहां एक ओर दुनिया क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने को तैयार है, वहीं दूसरी ओर कोरोना के नए सब वैरिएंट ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के बाद अब कोरोना का नया सब वैरिएंट JN.1 करीब 41 देशों में फैलने के बाद अब भारत में भी दस्तक दे चुका है.
सबसे पहले केरल में देखे गए इसके असर के बाद अब केरल में ही एक और मौत के बाद से लोगों में इसे लेकर डर का माहौल है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस नए वैरिएंट JN.1 के साथ ही इंफ्लुएंजा जैसे सांस संबंधी रोगों के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों से और अधिक सतर्क रहने को कहा है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देख कर एक स्टडी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है. इस स्टडी के अनुसार, कोरोना का ये नया सब वैरिएंट इतना खतरनाक है कि इससे आपकी आवाज भी जा सकती है. ये वायरस आपके गले को संक्रमित कर सकता है , जिसकी वजह से आपकी आवाज जा सकती है.
इसे वोकल पैरालिसिस कहा जाता है. रिसर्च के अनुसार, इस वायरस के इन्फेक्शन के चलते धीरे-धीरे आपकी आवाज जा सकती है. जो कि एक बेहद खतरनाक स्थिति की ओर इशारा करता है.
देश भर में अब तक कोरोना के नए वैरिएंट के 22 मामले सामने आ चुके हैं. इसे लेकर WHO ने दिशा-निर्देश जारी किया है. WHO दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेतरपाल सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार विकसित हो रहा है, बदल रहा है और दुनिया भर के सभी देशों में फैल रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि 'हालांकि मौजूदा सबूत बताते हैं कि JN.1 से जनता के स्वास्थ्य को खतरा कम है, लेकिन हमें इन वायरसों के विकास पर नजर रखनी चाहिए और अपनी प्रतिक्रिया को उसी के अनुसार ढालना चाहिए'.
देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जीनोम टेस्टिंग में सामने आ रहा है कि कोरोना के XBB वैरिएंट के 90 फीसद मामले सामने रहे हैं, जबकि JN.1 के मामले कम है. इसलिए ये कहा जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों का कारण JN.1 नहीं बल्कि XBB वैरिएंट. हालांकि जांच में ये भी पता चला है कि दोनों ही वैरिएंट JN.1 और XBB के लक्षण एक जैसे ही हैं. ऐसे में ये कहना मुश्किल होता है कि व्यक्ति किस वायरस से पीड़ित है.