ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे रक्षा मंत्री, बादामी बाग छावनी में सेना के जवानों से की मुलाकात

भारत पाकिस्तान तनाव के बाद आज पहली बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के बादामी बाग पहुंचे हैं. यहां उन्होंने सेना के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया है.

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Courtesy: Social Media

Rajnath Singh Srinagar Visit: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के बादामी बाग छावनी पहुंचे. जहां उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों से मुलाकात की. उन्होंने जवानों को संबोधित किया. सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ उनकी बहादुरी की सराहना की. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उनके साथ थे.

रक्षा मंत्री ने आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए नागरिकों को भी याद किया. सिंह ने कहा कि मैं शहीद जवानों और नागरिकों को नमन करता हूं. घायल सैनिकों की वीरता को सलाम करता हूं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में जवानों की भूमिका की प्रशंसा की. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आपने जो किया, उस पर देश को गर्व है.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने आतंकवाद को करारा जवाब दिया. पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. राफेल जेट, SCALP मिसाइलों और हैमर बमों से 9 आतंकी ढांचे नष्ट किए गए. 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. भारतीय वायुसेना ने 23 मिनट में मिशन पूरा किया. पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली बेकार साबित हुई. सिंह ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि भारत आत्मरक्षा और जवाबी कार्रवाई में सक्षम है. उन्होंने पाकिस्तान पर भारत को बार-बार धोखा देने का आरोप लगाया. सिंह ने कहा कि हमारी कार्रवाई न्याय पर आधारित थी, पूर्वाग्रह पर नहीं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की हिम्मत की भी तारीफ की.

पाकिस्तानी गोले का निरीक्षण

रक्षा मंत्री ने बादामी बाग छावनी में पाकिस्तानी गोले के मलबे का निरीक्षण किया. ये गोले हाल के सैन्य संघर्ष में गिराए गए थे. सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति और सेना की युद्ध तैयारियों की समीक्षा की. यह उनका पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला दौरा था. पाकिस्तान ने हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी और ड्रोन हमले की कोशिश की. भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया. इसके बाद 10 मई को दोनों देशों ने शत्रुता खत्म करने का समझौता किया. रक्षा मंत्री ने जवानों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. सेना की तैयारियों और सरकार की नीतियों से देश सुरक्षित रहेगा. जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

Rajnath Singh Srinagar Visit: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जम्मू-कश्मीर के बादामी बाग छावनी पहुंचे. जहां उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों से मुलाकात की. उन्होंने जवानों को संबोधित किया. सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंकवाद के खिलाफ उनकी बहादुरी की सराहना की. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उनके साथ थे.

रक्षा मंत्री ने आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए नागरिकों को भी याद किया. सिंह ने कहा कि मैं शहीद जवानों और नागरिकों को नमन करता हूं. घायल सैनिकों की वीरता को सलाम करता हूं. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में जवानों की भूमिका की प्रशंसा की. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आपने जो किया, उस पर देश को गर्व है.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने आतंकवाद को करारा जवाब दिया. पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. राफेल जेट, SCALP मिसाइलों और हैमर बमों से 9 आतंकी ढांचे नष्ट किए गए. 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. भारतीय वायुसेना ने 23 मिनट में मिशन पूरा किया. पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली बेकार साबित हुई. सिंह ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखाया कि भारत आत्मरक्षा और जवाबी कार्रवाई में सक्षम है. उन्होंने पाकिस्तान पर भारत को बार-बार धोखा देने का आरोप लगाया. सिंह ने कहा कि हमारी कार्रवाई न्याय पर आधारित थी, पूर्वाग्रह पर नहीं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की हिम्मत की भी तारीफ की.

पाकिस्तानी गोले का निरीक्षण

रक्षा मंत्री ने बादामी बाग छावनी में पाकिस्तानी गोले के मलबे का निरीक्षण किया. ये गोले हाल के सैन्य संघर्ष में गिराए गए थे. सिंह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति और सेना की युद्ध तैयारियों की समीक्षा की. यह उनका पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला दौरा था. पाकिस्तान ने हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी और ड्रोन हमले की कोशिश की. भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया. इसके बाद 10 मई को दोनों देशों ने शत्रुता खत्म करने का समझौता किया. रक्षा मंत्री ने जवानों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. सेना की तैयारियों और सरकार की नीतियों से देश सुरक्षित रहेगा. जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.

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