दिल्ली की हवा की क्वालिटी में शनिवार सुबह तेज गिरावट दर्ज की गई. शहर का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बढ़कर387 तक पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी के बेहद करीब है. यह गिरावट उस थोड़े सुधार के बिल्कुल उलट है, जो इस हफ्ते की शुरुआत में देखा गया था. अचानक बिगड़े हालात ने एक बार फिर स्वास्थ्य और रोज़मर्रा की आवाजाही को लेकर चिंता बढ़ा दी है.
राजधानी के कई हिस्सों में सुबह-सुबह घना स्मॉग और हल्की धुंध छाई रही. इससे सड़कों पर विज़िबिलिटी कम हो गई और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
स्मॉग का असर हवाई सेवाओं पर भी दिखा.इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कम विज़िबिलिटी वाली प्रक्रियाएं लागू करनी पड़ीं. हालांकि, राहत की बात यह रही कि सभी उड़ानें सामान्य रूप से चलती रहीं. दिल्ली एयरपोर्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी कि फिलहाल उड़ान संचालन पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है. यात्रियों से अपील की गई कि वे अपनी फ्लाइट की ताज़ा जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क बनाए रखें.
दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया.वज़ीरपुर 443 के AQI के साथ सबसे प्रदूषित इलाका रहा. इसके बादजहांगीरपुरी (439),विवेक विहार (437),रोहिणी और आनंद विहार (434), औरअशोक विहार (431) शामिल रहे.
इसके अलावा सोनिया विहार और DTU (427), नरेला (425), बवाना (424), नेहरू नगर (421), पटपड़गंज (419), ITO (417),पंजाबी बाग (416), मुंडका (415), बुराड़ी क्रॉसिंग (413), चांदनी चौक (412) और दिल्ली यूनिवर्सिटी का नॉर्थ कैंपस (401) भी गंभीर श्रेणी में दर्ज किए गए.
दिल्ली के साथ-साथ पूरेनेशनल कैपिटल रीजन (NCR) में भी हवा की स्थिति खराब बनी हुई है.गाजियाबाद और नोएडा में AQI422-422 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है.गुरुग्राम (295) औरफरीदाबाद (208) में हवा खराब श्रेणी में रही.
घने स्मॉग और इस मौसम के पहले घने कोहरे ने विज़िबिलिटी घटा दी है. इससे ट्रैफिक और यात्रा में परेशानी बढ़ गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों को खास सावधानी बरतने की ज़रूरत है.