Corona New Sub-variant JN.1: देश में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों के बीच डर को बढ़ा दिया है. इस बीच कोविड के नए सब वैरिएंट JN.1 के देश में 23 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें से 19 केस गोवा, कर्नाटक में 1 राजस्थान में 2 और 1 केस महाराष्ट्र में पाया गया है. इस दौरान कोरोना के नए सब वैरिएंट को लेकर नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि डरने की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित होने वाले करीब 91 से 92 प्रतिशत लोग घर पर ही इलाज कराने का विकल्प चुन रहे हैं.
कोरोना के नए सब वैरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांशु पंत ने कहा कि भले ही कोविड के केसों में बढ़ोत्तरी हो रही है. लेकिन 92.8 प्रतिशत मरीजों का घर पर ही इलाज हो जा रहा है. जो एक हल्की बीमारी होने का संकेत देती है. साथ ही इस नए वैरिएंट JN.1को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने इस वायरस को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट ’करार' दिया है. और कहा है इससे अधिक खतरा नहीं है.
इस बीच केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने देश में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर केंद्र शासित प्रदेश और राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ आज (बुधवार) को समीक्षा बैठक की. मीटिंग के समापन के बाद उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की चुनौती से सामना करने के लिए हम सब को मिल-जुलकर प्रयास करना पड़ेगा.
आज देश के सभी राज्यों एवं UTs के स्वास्थ्य मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ respiratory illnesses (कोविड-19 समेत) और public health संबंधित तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 20, 2023
बैठक में सभी राज्यों ने स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु सकारात्मक दृष्टिकोण रखा। pic.twitter.com/rYkDCIkg2F
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना के 614 नए मामले पाए गए हैं. जिससे कोरोना से संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 23,11 हो गई है.
केंद्र सरकार ने कोरोना के नए नए सब वैरिएंट JN.1को लेकर 18 दिसंबर (सोमवार) को सभी राज्यों के लिए एक एडवाइजरी की है थी. साथ ही कोरोना के हालात पर हर संभव निगरानी बनाए रखने के लिए कहा था. इस दौरान सभी राज्यों को रोजाना जिलेवार एसएआरआई और आईएलआई (इन्फ्लूएंजा) मामलों को लेकर रिपोर्ट देनी के लिए और देख-रेख पर विशेष ध्यान देना के लिए कहा गया था. साथ ही राज्यों को अधिक से अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित पर्याप्त परीक्षण कराने की सलाह दी गई थी. वहीं जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव सैंपल को INSACOG लैब में भेजने के लिए कहा गया था.
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नए वेरिएंट जेएन-1 को लेकर सोमवार को केरल में अलर्ट जारी किया गया था. इस संबंध में राज्य के स्वास्थ्य और कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एक एडवाइजारी जारी की थी. इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और बीमारी से पीड़ित अन्य लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी है थी. मंत्री ने सरकारी अस्पतालों को भी अलर्ट और स्वास्थ्य विभाग को पूरे हालात की देख-रेख करने का आदेश दिया था.