Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्री के बीच से ही भारत लौट आएं. जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. जिसमें इस हमले की घोर रूप से निंदा की गई.
विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में CCS की बैठक की गई. जिसमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बारे में विस्तार चर्चा की गई. उन्होंने बताया इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई है. हालांकि कई लोग घायल भी हुए हैं.
CCS बैठक की जानकारी देते हुए विदेश सचिव ने कहा कि इस बैठक में इस हमले की निंदा की गई है, सभी पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि इस समय विश्व के कई देशों ने अपना सरमर्थन दिया है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में सीमा पार संबंधों को उजागर किया गया है. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान इस बात पर ध्यान दिया गया कि यह हमला केंद्र शासित प्रदेश में चुनावों के सफल आयोजन और आर्थिक वृद्धि और विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ.
विक्रम मिस्री ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को पहचानने के बाद, सीसीएस ने कई निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि इसमें यह संकल्प लिया गया है कि हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. तहव्वुर राणा के हाल ही में प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में लगातार आगे बढ़ेगा जिन्होंने आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है.
Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्री के बीच से ही भारत लौट आएं. जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. जिसमें इस हमले की घोर रूप से निंदा की गई.
विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में CCS की बैठक की गई. जिसमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बारे में विस्तार चर्चा की गई. उन्होंने बताया इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई है. हालांकि कई लोग घायल भी हुए हैं.
CCS बैठक की जानकारी देते हुए विदेश सचिव ने कहा कि इस बैठक में इस हमले की निंदा की गई है, सभी पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि इस समय विश्व के कई देशों ने अपना सरमर्थन दिया है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में सीमा पार संबंधों को उजागर किया गया है. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान इस बात पर ध्यान दिया गया कि यह हमला केंद्र शासित प्रदेश में चुनावों के सफल आयोजन और आर्थिक वृद्धि और विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ.
विक्रम मिस्री ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को पहचानने के बाद, सीसीएस ने कई निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि इसमें यह संकल्प लिया गया है कि हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. तहव्वुर राणा के हाल ही में प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में लगातार आगे बढ़ेगा जिन्होंने आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है.