India UK Bilateral Talks: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर अपनी पहली भारत यात्रा पर मुंबई पहुंचे. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ उच्चस्तरीय द्विपक्षीय वार्ता की. इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य व्यापार, प्रौद्योगिकी और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना था. दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और गहरा करने पर जोर दिया.
मोदी और स्टारमर ने जुलाई 2024 में हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लागू करने की दिशा में तेजी लाने पर चर्चा की. स्टारमर ने इस समझौते को बेहद महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि ब्रेक्जिट के बाद यह हमारा सबसे बड़ा समझौता है. यह भारत के लिए भी अब तक का सबसे महत्वपूर्ण व्यापार समझौता है. यह समझौता दोनों देशों के बीच सालाना 25.5 बिलियन पाउंड के व्यापार को बढ़ाने का लक्ष्य रखता है.
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान जुलाई 2024 में भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (सीईटीए) पर हस्ताक्षर हुए थे. इस समझौते को दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों का एक नया अध्याय माना जा रहा है. यह समझौता न केवल व्यापार को बढ़ावा देगा, बल्कि प्रौद्योगिकी, नवाचार और निवेश के क्षेत्र में भी सहयोग को मजबूत करेगा. मोदी ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए लाभकारी है और हमारी अर्थव्यवस्थाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. मुंबई में हुई बैठक में दोनों नेताओं ने रक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की. स्टारमर ने भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत और दीर्घकालिक बताया. उन्होंने कहा कि दोनों देश मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकते हैं. मोदी ने भी इस बात पर सहमति जताई और कहा कि भारत-ब्रिटेन साझेदारी वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है.
मुक्त व्यापार समझौता लागू होने से दोनों देशों के व्यवसायों को नए अवसर मिलेंगे. भारतीय निर्यातकों को ब्रिटेन के बाजारों में बेहतर पहुंच मिलेगी, जबकि ब्रिटिश कंपनियों को भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. यह समझौता छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए भी फायदेमंद होगा. दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि यह समझौता नौकरियों के सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा. मोदी और स्टारमर ने भविष्य में और अधिक सहयोग की रूपरेखा तैयार की. दोनों देश स्वच्छ ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने को तैयार हैं. स्टारमर ने कहा कि भारत के साथ हमारा रिश्ता केवल व्यापार तक सीमित नहीं है. हम साझा मूल्यों और लक्ष्यों के आधार पर एक मजबूत भविष्य बनाना चाहते हैं.