Operation Sindoor: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकवादियों से ले लिया है. देश के जवानो ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बुधवार की तड़के पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. हाालांकि इस भारतीय सेना द्वारा यह हमला उस वक्त किया गया, जब पाकिस्तान आधी नींद में था.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत साहसिक अभियान ने पाकिस्तान को चौंका दिया. सरकार ने कहा कि हमलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई और निर्देशित किया गया था.
भारत द्वारा पाकिस्तान में सैन्य हमले किए जाने का पहला संकेत सेना ने एक्स पर पांच शब्दों की पोस्ट में दिया था. पोस्ट में कहा गया था, "न्याय हुआ. जय हिंद!" इसके साथ ही, सेना द्वारा एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें दिखाया गया कि वह सैन्य अभ्यास कर रही है, जिसका शीर्षक था, "हमला करने के लिए तैयार, जीतने के लिए प्रशिक्षित". कुछ ही मिनटों बाद, सरकार ने एक संक्षिप्त बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया.
भारतीय सेना ने इस हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल है. लश्कर-ए-तैयबा (जो पहलगाम हमले के पीछे था) का मुख्यालय मुरीदके, गुलपुर, भिम्बर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद को भी निशाना बनाया गया.
गहरे हमलों के लिए डिजाइन किए गए SCALP क्रूज मिसाइलों और हवा से जमीन पर सटीक-निर्देशित युद्ध सामग्री हैमर बमों से लैस राफेल लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर हवाई हमलों के लिए किया गया.
पहलगाम हमले के बाद से लगातार कई बैठकें करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी रात ऑपरेशन सिंदूर पर लगातार नजर रखी. प्रधानमंत्री ने कसम खाई थी कि भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें दंडित करेगा.
हमलों के जवाब में पाकिस्तानी सेना ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर तोपखाने की गोलाबारी की. जिसमें तीन नागरिकों के भी मारे जानें की खबर है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय हमलों को युद्ध की कार्रवाई बताया और कहा कि इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. पाकिस्तान ने दावा किया कि हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित नागरिक मारे गए.
पाकिस्तान द्वारा यह दावा किया गया कि हमलों में आठ लोग मारे गए और 33 घायल हो गए हैं. इस हमले के बाद धर्मशाला, लेह, जम्मू, श्रीनगर और अमृतसर सहित प्रमुख हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन निलंबित कर दिया गया है.