PM Modi Adress Nation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करेंगे. यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है, जब विपक्षी दल पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और हाल के युद्धविराम को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं. यह पहला मौका होगा, जब प्रधानमंत्री इस सैन्य अभियान पर सार्वजनिक रूप से अपनी बात रखेंगे.
भारतीय सशस्त्र बलों ने सोमवार को नई दिल्ली में एक संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की. जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों का ब्योरा दिया गया.
एयर मार्शल ए.के. भारती ने अंतरराष्ट्रीय और सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के किराना हिल्स में कथित परमाणु भंडारण स्थल को निशाना नहीं बनाया. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल आतंकी नेटवर्क और उनके सहायता ढांचे को नष्ट करना था, न कि पाकिस्तानी सेना के साथ युद्ध छेड़ना. दुर्भाग्यवश पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देकर हस्तक्षेप किया, जिसके कारण हमें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी.
भारती ने स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली 'आकाश' की सफलता पर भी प्रकाश डाला. जिसने पाकिस्तानी ड्रोनों को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने इस उपलब्धि को भारत की सैन्य और तकनीकी प्रगति का प्रतीक बताया.इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के दौरान विपक्ष ने सरकार की सर्वदलीय बैठकों में प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए. निर्दलीय राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इस पर नाराजगी जताते हुए विपक्षी दलों से आह्वान किया कि वे तब तक इन बैठकों में हिस्सा न लें, जब तक सरकार यह आश्वासन न दे कि प्रधानमंत्री स्वयं मौजूद रहेंगे. यह संबोधन और प्रेस वार्ता भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को रेखांकित करते हैं. मोदी का संबोधन न केवल ऑपरेशन की सफलता को उजागर करेगा, बल्कि क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराएगा. विपक्ष की मांगें इस मुद्दे पर राष्ट्रीय एकता और पारदर्शिता की आवश्यकता को दर्शाती हैं.