Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कोई गिरावट नहीं आई है, इसके बजाए प्रदूषण और भी ज्यादा बढ़ गया है. आज पांचवे दिन भी AQI गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया. संट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रविवार को सुबह 7 बजे दिल्ली के 14 स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार रहा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने की वजह से प्रदूषण 37% बढ़ा है. इसके अलावा 12% प्रदूषण गाड़ियों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन के कारण है. ये दोनों कारक दिल्ली की वायु गुणवत्ता को बिगाड़ने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं.
दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को 15 नवंबर से लागू कर दिया गया है. इसके तहत प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया गया है. इसके बाद भी लोग नियम को मानने को तैयार नहीं है. GRAP लागू किए जाने के पहले दिन ही ट्रैफिक पुलिस ने लगभग 550 चालान काटे हैं. जिससे 5.85 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया है. साथ ही दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के नियंत्रण के लिए कई अहम कदम उठाए हैं.
छात्रों को मास्क पहनना अनिवार्य
दिल्ली के साथ-साथ अब हरियाणा के कई शहरों में भी AQI 400 पहुंच चुका है. प्रदूषण की समस्या को देखते हुए हरियाणा सरकार ने 5वीं कक्षा तक क्लासेस को ऑनलाइन चलाने का निर्णय लिया है. वहीं दिल्ली सरकार द्वारा भी स्कूलों के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं. जिसके मुताबिक 6वीं से लेकर 12वीं क्लास के छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है. वहीं कक्षा पांचवी तक के लिए क्लासेस ऑनलाइन चलाए जा रहे हैं. इसके अलावा सरकारी कार्यालयों के कार्य समय में भी बदलाव किया गया है.
इस वजह से बढ़ा प्रदूषण
दिल्ली सरकार ने नागरिकों से निजी वाहन का उपयोग कम करने की अपील की है. इसके लिए 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें और मेट्रो के 60 अतिरिक्त फेरे शुरू किए गए हैं. एयर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने दिल्ली आने वाली बसों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. दिल्ली-NCR में निर्माण, खनन और तोड़फोड़ पर रोक लगाई गई है. इसके अलावा डीजल गाड़ियों पर भी पाबंदी है. उल्लंघन करने पर 20,000 रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है. सड़कों की सफाई की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई गई है और भारी ट्रैफिक वाले रूट पर पीक आवर से पहले पानी का छिड़काव किया जा रहा है. AQI 400 से ऊपर का स्तर गंभीर श्रेणी में आता है. जिसे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताया जाता है. इस समय दिल्ली और उसके पड़ोसी राज्यों में AQI 450 से ऊपर तक पहुंच चुका है. जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत है.