Punjab: पंजाब में बीते 15 सितंबर से करीब 30 हजार से अधिक पराली जलाने की घटनाएं दर्ज़ की गई है. जिसकी वजह से बढ़े प्रदूषण के स्तर को लेकर पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि प्रशासन द्वारा लगातार सख्ती का दावा किया जा रहा है लेकिन फिर भी पराली जलाने की घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है. जिसकी वजह से पंजाब के चीफ़ सेक्रेटरी ने 9 जिलों के डीसी को नोटिस जारी किया है.
जिन जिलों के डीसी को नोटिस जारी किया गया है, उन जिलों में 15 सितंबर को 100 से अधिक पराली जलाई गई थी. इसको लेकर जारी नोटिस में कहा गया है कि 3 दिन में कारण बताएं कि आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाय. जारी नोटिस में जवाब मांगा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भी सभी डीसी अपने जिलों में पराली जलाने की घटनाओं को क्यों नहीं रोक पाएं.
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी वार्निंग
दरअसल 10 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने ये चेतावनी दी थी कि अगर पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी नहीं आती है तो पंजाब के चीफ़ सेक्रेटरी को भी सम्मन किया जा सकता है. यही कारण है कि चीफ सेक्रेटरी द्वारा इन जिलों के डीसी को नोटिस जारी किया गया है.
इन जिलों के डीसी को मिला नोटिस
जिन जिलों के डीसी को नोटिस जारी किया गया है उनमें बरनाला, भटिंडा, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, लुधियाना, मोगा, मुक्तसर और संगरूर शामिल है.
भगवंत मान ने भी की थी अपील
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरबाणी के छंदों का सहारा लेते हुए किसानों से पराली न जलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि, किसान फसल के अवशेष न जलाएं. इससे हवा प्रदूषित हो रही है.