Punjab Liquor Policy: पंजाब में एक्साइज पॉलिसी को लेकर सियासी जंग शुरू हो गई है. शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने एक्साइज पॉलिसी को लेकर कई प्रश्न उठाए हैं. हरसिमरत ने इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह, सीबीआई और ईडी को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है. हरसिमरत मे इस पत्र में लिखा है कि, उनकी ओर से 3 अगस्त 2023 को लोकसभा में पंजाब एक्साइज पॉलिसी पर प्रश्न किए गए थे. पंजाब और दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी के बीच समानताएं उजागर भी की गई थी.
पंजाब में एक्साइज पॉलिसी को लेकर सांसद हरसिमरत कौर ने उठाए सवाल-
आपको बता दें कि पहले से ही सीबीआई और ईडी पंजाब में एक्साइज पॉलिसी की जांच कर रही है. इस मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. ऐसे में अब पंजाब में एक्साइज पॉलिसी 2022-23 में भी दिल्ली के कुछ थोक शराब कारोबार करने वाली कंपनियों को सौंप दिया गया है. जिससे दोगुना मुनाफा किया जा रहा है. हालांकि यह मुनाफा सवालों के घेरे में आता है. इन सब को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी को ही पंजाब में दोहराया जा रहा है. पंजाब में आप पार्टी की सरकार और दिल्ल में आप के आलाकमान को करोड़ों रुपये की रिश्वत दी गई है.
आम आदमी पार्टी ने अकाली दल पर किया पलटवार-
आप के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने अकाली दल पर पलटवार करते हुए कहा कि, बीबी जी आपके प्रदेश में 2007 से 2017 कर एक्साइज पॉलिसी बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि इन 10 सालों में एक्साइज व रेवेन्यू में आपकी सरकार 2587 करोड़ रुपये का इजाफा ना कर सकी, जबकि आम आदमी पार्टी ने एक साल में कर दी. कंग ने आगे कहा कि, इस गणित के हिसाब से देखा जाए तो आपकी सरकार ने 10 सालों में 25 हजार करोड़ का चूना पंजाब के खजाने में लगाकर अपना घर भर लिया है. इसको लेकर जांच होनी चाहिए लेकिन यहां तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हो रही है.