अमेरिकी विदेश मंत्री से बातचीत के बाद एस जयशंकर की प्रतिक्रिया, पाकिस्तान से भी तनाव कम करने की अपील

जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आज सुबह अमेरिका के विदेश मंत्री  मार्को रुबियो से बात हुई. भारत का दृष्टिकोण हमेशा संतुलित और जिम्मेदार रहा है और आगे भी रहेगा.

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Courtesy: Social Media

India Pakistan War: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार की सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत की और भारत के संतुलित व जिम्मेदार रुख को दोहराया. यह बातचीत भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच हुई, जिसमें अमेरिका तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है. 

जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आज सुबह अमेरिका के विदेश मंत्री  मार्को रुबियो से बात हुई. भारत का दृष्टिकोण हमेशा संतुलित और जिम्मेदार रहा है और आगे भी रहेगा.

संवाद के रास्ते खोजने पर जोर

अमेरिकी विदेश विभाग के बयान के अनुसार रुबियो ने दोनों देशों से तनाव कम करने के लिए ठोस कदम उठाने और सीधे संवाद स्थापित करने की अपील की. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य के विवादों से बचने के लिए “रचनात्मक वार्ता” को बढ़ावा देने में अमेरिका के समर्थन की पेशकश भी की. बयान में कहा गया कि रुबियो ने जयशंकर से बात कर तनाव कम करने और गलतफहमियों से बचने के लिए संवाद के रास्ते खोजने पर जोर दिया. उन्होंने रचनात्मक चर्चाओं के लिए अमेरिकी सहयोग की बात दोहराई.

सैन्य तनाव समाप्त करने की अपील

रुबियो ने इससे पहले गुरुवार को भी जयशंकर से बात की थी और 22 अप्रैल को पहलगाम, कश्मीर में हुए आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी. उस कॉल में उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग की अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई थी. रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार और सेना प्रमुख असीम मुनीर से भी बात की, जिसमें उन्होंने दोनों पक्षों से तनाव कम करने का आग्रह किया. अमेरिका ने इस संघर्ष में तटस्थ रुख अपनाया है, यह कहते हुए कि भारत और पाकिस्तान दोनों उसके मित्र हैं. वह दोनों देशों से सैन्य तनाव समाप्त करने की अपील कर रहा है. पिछले दो दिनों में संघर्ष के तेजी से बढ़ने के बाद रुबियो दोनों देशों के नेताओं से लगातार संवाद कर रहे हैं.यह तनाव बुधवार को भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद शुरू हुआ, जिसमें पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए. 

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