Jammu Kashmir: सुरक्षाबलों ने नाकाम की पाकिस्तानी आतंकियों की साजिश , घुसपैठ की कर रहे थे कोशिश

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ की साजिश नाकाम की. पाकिस्तानी आतंकी अखनूर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे.

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Jammu Kashmir: सुरक्षाबलों के हाथ लगी बड़ी कामयाबी. जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों की साजिश को सुरक्षाबल ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तानी आतंकी जम्मू-कश्मीर के अखनूर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों को सुरक्षाबलों ने करारा जवाब दिया है. बता दें, अखनूर सेक्टर में निगरानी कैमरे में दिखे 4 आतंकियों पर सेना ने जबरदस्त गोलीबारी की जिसके बाद आतंकी अपने साथी का शव लेकर भाग गए.

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है. जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में हुई घुसपैठ की कोशिश के दौरान चार आतंकवादियों ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की. घुसपैठ की कोशिश को ड्यूटी पर तैनात जवानों ने मोर्चा संभाला और ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई की. सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया. इसके बाद बचे हुए तीन आतंकी अपने साथी का शव लेकर सीमापार भाग गए. 

जानकारी के अनुसार, भारतीय सुरक्षाबल की 'व्हाइट नाइट कोर' ने पोस्ट कर जानकारी दी, 'खौर, अखनूर के आईबी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई. 22 दिसंबर की रात को अपने निगरानी उपकरणों के माध्यम से चार आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई. जिसके बाद सुरक्षाबल ने प्रभावी ढंग से गोलीबारी की. आतंकवादियों को एक शव को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार घसीट कर ले जाते हुए देखा गया.'

इससे पहले रुनकोट थाना क्षेत्र में ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच गुरुवार दोपहर हुए हमले में 5 जवान शहीद हो गए और दो अन्य की हालत गंभीर है. शुक्रवार को आतंकियों की तलाश में इलाके की बड़े पैमाने पर घेराबंदी की गई. हवाई निगरानी के साथ-साथ डॉग स्क्वायड को भी तैनात किया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की टीम भी मौके पर है.

सेना की 16वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन ने भी इलाके का दौरा किया और शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. सेना ने डेरा गली से कुछ स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है. 

माना जा रहा है कि तीन से चार हथियारबंद आतंकियों ने पहाड़ों से सेना की गाड़ियों को निशाना बनाया. हमले के बाद आतंकियों ने दो जवानों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया और कुछ के हथियार भी लूट लिए. राजौरी-पुंछ इलाकों में आतंकी घटनाएं बढ़ने पर रक्षा विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. पिछले दो सालों में पीर पंजाल के इस पहाड़ी इलाके में मुठभेड़ के दौरान सेना के 34 जवान शहीद हो चुके हैं.

रक्षा सूत्रों का कहना है कि राजौरी-पुंछ सेक्टर में करीब 30 पाकिस्तानी आतंकी सक्रिय हैं. ये आतंकी जंगलों में छिप जाते हैं और मौका मिलने पर सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं. ये आतंकी जैश के मुखौटा संगठन पीएएफएफ या लश्कर के टीआरएफ से जुड़े हैं. उनके 75-100 स्थानीय समर्थक भी हैं, जो जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में सक्रिय हैं. ये आतंकी संगठन 'गुरिल्ला युद्ध' तकनीक का इस्तेमाल करते हैं और छोटे-छोटे समूहों में छिपकर सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं. 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन हमलों के पीछे चीन और पाकिस्तान का गेम प्लान है. इन दोनों देशों की कोशिश आतंकी हमलों के कारण सेना का ध्यान जम्मू-कश्मीर की ओर आकर्षित करना और लद्दाख और अन्य जगहों पर तैनाती कम करना है.