लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण कदम उठाया है. श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विधानसभा में शुक्रवार को घोषणा की कि "आउटसोर्सिंग ऑफ मैन पावर" योजना के तहत 5,600 श्रमिकों को सफलतापूर्वक इजराइल भेजा गया है. इसके साथ ही 5,000 और श्रमिकों को इजराइल भेजने की प्रक्रिया चल रही है.
राजभर ने बताया कि पिछले दो वर्षों में, सेवायोजन कार्यालय में 5,68,062 रोजगार के इच्छुक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें इंटर, बीए, डिप्लोमा, बीटेक, एमटेक और पीएचडी वाले लोग शामिल हैं. इसके अलावा, रोजगार मेलों के माध्यम से 4,75,510 अभ्यर्थियों को निजी क्षेत्र में नौकरी दी गई है.
विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन, समाजवादी पार्टी के सदस्य प्रभु नारायण यादव के सवाल का जवाब देते हुए, श्रम मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इजराइल में हमारे श्रमिकों को महत्वपूर्ण रोजगार अवसर प्रदान किए हैं, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे रहे हैं.
इसके अलावा, राजभर ने राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ मिलकर सरकार द्वारा विदेशों में रोजगार के अवसर प्रदान करने की योजना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जर्मनी में 5,000 नर्सों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं, जिनका मासिक पैकेज 2.5 लाख रुपये है. वहीं, जापान में 12,000 केयरगिवर कर्मचारियों की मांग है, जिनका वेतन पैकेज 1.25 लाख रुपये प्रति माह है. इस प्रक्रिया पर तेजी से काम किया जा रहा है, और राज्य सरकार इन अवसरों को पूरा करने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है.
राजभर ने कहा, "हमारे श्रमिक अब इजराइल में राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. सरकार विदेशों में भी रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है."
सपा के वरिष्ठ सदस्य प्रभु नारायण यादव ने श्रम मंत्री से सवाल पूछा था कि राज्य सरकार बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए कौन-कौन सी प्रमुख योजनाओं पर काम कर रही है. उन्होंने यह भी पूछा कि पिछले दो वर्षों में राज्य में कितने शिक्षित बेरोजगारों का पंजीकरण हुआ है और कितनों को नौकरी मिली है.
राजभर ने इन सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने रोजगार मेलों, करियर काउंसलिंग, सेवा मित्र व्यवस्था, और आउटसोर्सिंग ऑफ मैन पावर जैसी योजनाओं के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं.