भारतीय टीम की हार की कगार पर हालत बदतर, अश्विन ने ऋषभ पंत की कप्तानी पर उठाए सवाल, गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया बिखरी

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट मैच टीम इंडिया के लिए बेहद निराशाजनक साबित हो रहा है. मैच के चौथे दिन तक हालात ऐसे बन गए हैं कि भारत की हार लगभग तय मानी जा रही है.

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नई दिल्ली: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट मैच टीम इंडिया के लिए बेहद निराशाजनक साबित हो रहा है. मैच के चौथे दिन तक हालात ऐसे बन गए हैं कि भारत की हार लगभग तय मानी जा रही है. अगर यह मुकाबला हाथ से निकलता है, तो भारत सीरीज को 2-0 से गंवा देगा जो निश्चित तौर पर टीम के लिए शर्मनाक परिणाम होगा.

कप्तान पंत पर निशाना

भारतीय टीम के लगातार खराब प्रदर्शन से अनुभवी ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन भी बेहद निराश नज़र आए. चौथे दिन के खेल के दौरान उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर टीम इंडिया की बॉडी लैंग्वेज और रवैये पर सवाल उठाए. अश्विन ने लिखा, “उम्मीद है कि दूसरी पारी में टीम इंडिया मजबूती से वापसी करेगी. लेकिन मैदान पर खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज बेहद निराशाजनक है.” उन्होंने इसके साथ एक टूटा हुआ दिल वाला इमोजी भी साझा किया. अश्विन की टिप्पणी साफ तौर पर टीम के प्रदर्शन और कप्तान ऋषभ पंत की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े करती है.

भारतीय गेंदबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन

गुवाहाटी टेस्ट की पहली पारी में भारत के गेंदबाज बिल्कुल प्रभावहीन नज़र आए. साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ 489 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज भी लय पाने के लिए संघर्ष करते दिखे.  सबसे ज्यादा चिंता की बात यह रही कि अफ्रीका के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी भारतीय गेंदबाजों को खूब परेशान किया.

  • सेनुरन मुथुसामी ने शानदार शतक जड़ा
  • मार्को जैंसन 93 रन बनाकर आउट हुए

इन दोनों ने मिलकर भारत की गेंदबाजी की कमज़ोरी को पूरी तरह उजागर कर दिया.

भारतीय बल्लेबाजी हुई ध्वस्त

489 रनों के जवाब में भारत की शुरुआत तो ठीक रही, लेकिन पूरी बल्लेबाजी बुरी तरह लड़खड़ा गई. टीम इंडिया सिर्फ 201 रन पर सिमट गई, जो बड़े लक्ष्य के सामने बेहद कम थे. हालांकि कुछ खिलाड़ियों ने संघर्ष दिखाया. यशस्वी जायसवाल ने समझदारी भरी पारी खेलते हुए अर्धशतक लगाया वॉशिंगटन सुंदर ने 48 रन बनाए लेकिन इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज टिककर खेल नहीं पा सका. रविचंद्रन अश्विन की निराशा और टीम इंडिया की हार की ओर बढ़ती चाल, दोनों यह दर्शाते हैं कि मौजूदा हालात टीम प्रबंधन और कप्तान पंत के लिए बड़ा सबक हैं.

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