बिहार में आदर्श आचार संहिता लागू, जानें किन चीजों पर पाबंदी? आम नागरिकों के लिए भी खास नियम

Bihar Assembly Elections 2025: भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा की. 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे.

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Courtesy: X (@ECISVEEP)

Bihar Assembly Elections 2025: भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा की. 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे. पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण11 नवंबर को होगा. वहीं मतगणना 14 नवंबर को होगी.

चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में 121 सीटों पर और दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा. पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर और नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को होगी. वहीं नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है. दूसरे चरण के लिए नामांकन 20 अक्टूबर तक दाखिल किए जा सकते हैं. नामांकन पत्रों की जांच 21 अक्टूबर को होगी और नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर है. चुनाव के ऐलान के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लग चुका है. 

आदर्श आचार संहिता के कई नियम

आदर्श आचार संहिता लगाए जाने के बाद से चुनाव के नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है. इस दौरान अगर नियमों को तोड़ा जाए तो आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है. कुछ नियम आम नागरिकों पर भी लगाए जाते हैं. जैसे की अगर आप किसी नेता के लिए काम कर रहे हैं तो किसी भी नियम को तोड़ने से बचें नहीं तो आप पर भी कार्रवाई हो सकती है. वहीं इस दौरान हर सरकारी कर्मचारी निर्वाचन आयोग के कर्मचारी बन जाते हैं. इसलिए उनको भी नियमों का पालन करना जरूरी है. वहीं इस दौरान नेताओं को खास नियमों का ख्याल रखना होता है, जैसे की सरकारी पैसा का इस्तेमाल चुनावी प्रचार के लिए ना किया जाए. इस दौरान न तो कोई घोषणा, न शिलान्यास, न लोकार्पण किया जा सकता है. 

पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव का वादा

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की सराहना की, जिसने मतदाता सूचियों को और सटीक बनाया. अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई थी. कुमार ने बताया कि डाक मतपत्रों की गिनती मतगणना के अंतिम दो दौर से पहले पूरी होगी. बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं. इनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.50 करोड़ महिलाएं और 1,725 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं. 14.01 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. बिहार की 243 सीटों में 38 अनुसूचित जाति (एससी) और 2 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं.

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