अमेरिका-चीन के बीच ऑल गुड, ट्रंप ने घटा दिया 10 प्रतिशत टैरिफ, यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर चर्चा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक के बाद चीन पर फेंटेनाइल शुल्क घटाकर 10 प्रतिशत करने की घोषणा की. दोनों नेताओं ने दुर्लभ मृदा खनिजों की आपूर्ति और यूक्रेन युद्ध के समाधान पर भी सहमति जताई. ट्रंप ने इस मुलाकात को बड़ी सफलता बताया और अप्रैल 2026 में चीन जाने का ऐलान किया.

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Courtesy: X (@amitisinvesting)

दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक ने वैश्विक कूटनीति में नया मोड़ ला दिया. गुरुवार को हुई इस मुलाकात को ट्रंप ने सफल बताया.

उन्होंने घोषणा की कि चीन पर लगे फेंटेनाइल शुल्क को घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया जाएगा. यह कदम नशीली दवाओं के अवैध व्यापार पर लगाम कसने की दिशा में महत्वपूर्ण है. दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद अब सुलझने की राह पर हैं.

फेंटेनाइल पर भी चर्ची

ट्रंप ने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच एक विवाद सुलझ गया है. यह बैठक ग्योंगजू में चल रहे शिखर सम्मेलन से इतर हुई. ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर चर्चा की. फेंटेनाइल जैसे खतरनाक पदार्थों पर शुल्क में कमी अमेरिका की स्वास्थ्य नीति को मजबूत करेगी.

चीन इस दवा के प्रमुख स्रोतों में से एक रहा है. ट्रंप की यह घोषणा व्यापार युद्ध को कम करने का संकेत देती है. विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध मजबूत होंगे.

दुर्लभ मृदा खनिजों पर वार्षिक समझौता

मुलाकात का एक और बड़ा परिणाम दुर्लभ मृदा खनिजों की आपूर्ति को लेकर हुआ. ये खनिज इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर रक्षा उपकरणों तक में इस्तेमाल होते हैं. ट्रंप ने एयर फोर्स वन में संवाददाताओं से कहा सभी दुर्लभ मृदा खनिजों का मामला सुलझ गया है और यह पूरी दुनिया के लिए है. उन्होंने आगे कहा कि इस समझौते पर हर साल फिर से बातचीत की जाएगी. यह एक साल के लिए विस्तार योग्य समझौता है.

चीन दुनिया के 80 प्रतिशत दुर्लभ मृदा का उत्पादन करता है. अमेरिका को इनकी कमी का सामना करना पड़ रहा था. इस समझौते से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला स्थिर होगी. अमेरिकी उद्योगों को राहत मिलेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देगा. ट्रंप ने इस मुद्दे को पूरी दुनिया के हित से जोड़ा. इससे साफ है कि दोनों देश अब वैश्विक स्थिरता पर जोर दे रहे हैं.

यूक्रेन युद्ध पर संयुक्त प्रयास की सहमति

बैठक में यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा. ट्रंप ने कहा कि वह और शी जिनपिंग यूक्रेन में युद्ध को सुलझाने के मुद्दे पर मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं. उन्होंने कहा यूक्रेन का मुद्दा बहुत जोरदार तरीके से उठाया गया. हमने इस बारे में लंबे समय तक बात की और हम दोनों मिलकर काम करेंगे ताकि पता चल सके कि हम कोई समाधान निकाल पाते हैं या नहीं.

ट्रंप ने आगे कहा कि चीनी राष्ट्रपति अमेरिका की मदद करेंगे और यूक्रेन पर मिलकर काम करेंगे. यह बयान रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान में चीन की भूमिका को रेखांकित करता है. अमेरिका लंबे समय से इस युद्ध को खत्म करने के प्रयासों में लगा है. चीन की भागीदारी से बातचीत की नई संभावनाएं खुलेंगी. वैश्विक शांति के लिए यह कदम सकारात्मक है. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने भी इस सहमति का स्वागत किया है. ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह 2026 में चीन का दौरा करेंगे. 

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