Donald Trump Gaza Peace Summit: मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित गाजा शांति शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान बहुत अच्छे से साथ रहेंगे. ट्रंप ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर इशारा करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा कि वह इसे संभव बनाएंगे, है ना? इस पर शरीफ हंस पड़े. ट्रंप ने भारत को महान देश बताया और कहा कि उनके एक अच्छे दोस्त ने वहां शानदार काम किया है.
शिखर सम्मेलन में शहबाज शरीफ ने ट्रंप को भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध टालने का श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप और उनकी टीम ने चार दिन तक हस्तक्षेप न किया होता, तो दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध भयावह स्तर तक पहुंच सकता था. ट्रंप ने भी दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान समेत आठ संघर्षों को सुलझाया है. 10 मई को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देश पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हुए.
भारत ने कहा कि पाकिस्तान के साथ शत्रुता खत्म करने का समझौता दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) की सीधी बातचीत से हुआ. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर पोस्ट किया कि भारत इस ऐतिहासिक शांति समझौते का स्वागत करता है. हम क्षेत्र में स्थायी शांति की उम्मीद करते हैं. भारत की ओर से विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में शामिल हुए और ट्रंप से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के शांति प्रयासों की सराहना की. उन्होंने X पर लिखा कि गाजा युद्धविराम समझौते में ट्रंप का योगदान सराहनीय है. मोदी ने हमास द्वारा दो साल से बंदी बनाए गए 20 बंधकों की रिहाई का भी स्वागत किया. ये बंधक ट्रंप की गाजा शांति योजना के पहले चरण में रिहा हुए और इज़राइल लौटे.
TRUMP: I think Pakistan and India are gonna live very NICELY together
— RT (@RT_com) October 13, 2025
Turns to Shehbaz Sharif: ‘Right?’
Pakistan’s PM responds with big smile pic.twitter.com/KVqDpiHW3i
शर्म अल-शेख में वैश्विक नेताओं की मौजूदगी में ट्रंप ने गाजा युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए. उन्होंने इसे मध्य पूर्व के लिए नया और खूबसूरत दिन बताया. इज़राइल और हमास के बीच दो साल के विनाशकारी संघर्ष के बाद यह समझौता ऐतिहासिक माना जा रहा है. अरब और मुस्लिम नेताओं ने भी इसकी सराहना की. ट्रंप ने पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व की तारीफ की और कहा कि क्षेत्रीय शांति अच्छे दोस्तों के सहयोग पर निर्भर है. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने से दक्षिण एशिया में स्थिरता की उम्मीद बढ़ी है. यह शिखर सम्मेलन वैश्विक शांति के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है.