Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उनकी टैरिफ नीति ने कई अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने में मदद की है. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देशों पर भारी टैरिफ लगाने की चेतावनी देने के बाद 24 घंटे में ही स्थिति नियंत्रण में आ गई. ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने भारत और पाकिस्तान को 100, 150 और 200 प्रतिशत टैरिफ की चेतावनी दी. इससे 24 घंटे में समस्या हल हो गई. उन्होंने जोर देकर कहा कि टैरिफ के बिना यह संभव नहीं होता. ट्रंप का यह बयान इजराइल जाते समय एयर फोर्स वन में दिया गया.
ट्रंप ने गाजा शांति योजना पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य सभी पक्षों को संतुष्ट करना है. ट्रंप ने मध्य पूर्व की स्थिति पर चर्चा के लिए क्षेत्रीय नेताओं से मिलने की योजना बनाई है. उन्होंने कहा कि सबको खुश करेंगे, चाहे वह यहूदी हो, मुस्लिम हो या अरब देश. ट्रंप ने इजराइल के बाद मिस्र जाने की घोषणा की, जहां वे कई देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. उनका कहना है कि यह मुलाकातें गाजा शांति समझौते को मजबूत करेंगी.
यह ट्रंप की गाजा शांति पहल की घोषणा के बाद पहली इजराइल यात्रा है. इस दौरान वे इजराइली संसद (नेसेट) को संबोधित करेंगे. इजराइल के स्पीकर अमीर ओहाना ने ट्रंप को यहूदी लोगों का सबसे बड़ा मित्र बताते हुए उन्हें पत्र लिखकर आमंत्रित किया था. ट्रंप बंधकों के परिवारों से भी मिलेंगे. यह यात्रा मध्य पूर्व में शांति स्थापना के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इजराइल के बाद ट्रंप मिस्र जाएंगे. मिस्र ने हाल ही में ट्रंप की 21-सूत्रीय गाजा शांति योजना के बाद हमास और इजराइल के बीच बातचीत में मध्यस्थता की थी. ट्रंप का कहना है कि उनकी मुलाकातें क्षेत्र में स्थिरता लाने में मदद करेंगी. वे कई शक्तिशाली और धनी देशों के नेताओं से मिलकर शांति समझौते को आगे बढ़ाएंगे.
ट्रंप की टैरिफ नीति और शांति प्रयासों ने वैश्विक मंच पर ध्यान खींचा है. भारत-पाकिस्तान जैसे तनावपूर्ण मुद्दों से लेकर मध्य पूर्व की जटिल स्थिति तक, ट्रंप अपनी नीतियों को प्रभावी बता रहे हैं. उनकी यह यात्रा और बयान विश्व राजनीति में उनके दृष्टिकोण को और स्पष्ट करते हैं. मध्य पूर्व में शांति स्थापना के लिए उनकी सक्रियता और टैरिफ जैसे आर्थिक उपायों का उपयोग चर्चा का विषय बना हुआ है. ट्रंप की यह यात्रा और उनके बयान वैश्विक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हैं. उनकी नीतियां और शांति प्रयास क्या परिणाम लाएंगे, यह आने वाला समय बताएगा.