PM Modi to Qatar Emir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर की राजधानी दोहा में हाल के हमलों पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बात की और भारत के रुख को स्पष्ट किया. भारत ने कतर की संप्रभुता के उल्लंघन की कड़ी निंदा की और क्षेत्र में शांति की वकालत की.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी एक्स पोस्ट में कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ है. उन्होंने कतर की संप्रभुता का सम्मान करने की बात दोहराई. मोदी ने लिखा कि हम बातचीत और कूटनीति से समस्याओं के समाधान के पक्ष में हैं. भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कतर की मध्यस्थता की भूमिका की भी सराहना की, खासकर गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई में उसके प्रयासों की.
दोहा में इजरायली हवाई हमलों ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है. ये हमले हमास के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए किए गए थे. इजरायल का दावा है कि यह हमला यरुशलम में हमास की गोलीबारी का जवाब था, जिसमें छह लोग मारे गए थे. हमास ने अपने पांच सदस्यों की मौत की पुष्टि की, जिसमें वरिष्ठ वार्ताकार खलील अल-हय्या का बेटा भी शामिल है. कतर ने इन हमलों में अपने एक सुरक्षाकर्मी की मौत की भी जानकारी दी. कतर ने इजरायल के हमलों को 'राज्य आतंकवाद' और 'विश्वासघात' बताया. इन हमलों ने खाड़ी क्षेत्र में कूटनीतिक हलचल मचा दी. संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन और सऊदी अरब के नेताओं ने कतर के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए अचानक दोहा का दौरा किया. यह कदम क्षेत्र में एकता का प्रतीक माना जा रहा है.
इजरायल की कार्रवाइयों की वैश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है. यूरोपीय आयोग ने चरमपंथी इजरायली मंत्रियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है. वहीं, अमेरिका में इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर ने हमलों का बचाव किया. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य हमास नेतृत्व को खत्म करना है. अगर इस बार नहीं, तो अगली बार जरूर कामयाब होंगे. मोदी और शेख तमीम ने भारत-कतर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति पर संतोष जताया. दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का वादा किया. भारत ने कतर के साथ अपने मजबूत संबंधों को दोहराया और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए कतर की भूमिका को सराहा. भारत ने क्षेत्र में तनाव कम करने और शांति स्थापित करने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि बातचीत और कूटनीति ही समस्याओं का समाधान है. भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मजबूत नीति को दोहराया और सभी देशों से शांति के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया.