Khalistani Disruption Independence Day: ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह में खालिस्तानी समर्थकों ने हंगामा मचाया. भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर शांतिपूर्वक जश्न मना रहे भारतीयों के बीच खालिस्तानी कार्यकर्ताओं ने झंडे लहराए और नारे लगाए. इस घटना ने समारोह में बाधा डाली. भारतीय समुदाय ने इसका कड़ा विरोध किया.
घटनास्थल से सामने आए एक वीडियो में दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और मारपीट की स्थिति देखी गई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दोनों समूहों को अलग कर स्थिति को और बिगड़ने से रोका. यह घटना भारतीय समुदाय के लिए दुखद रही, जो अपने देश का स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मना रहा था.
यह घटना मेलबर्न के बोरोनिया में स्वामीनारायण मंदिर पर हाल ही में हुए हमले के कुछ हफ्तों बाद हुई. मंदिर की दीवारों पर खालिस्तानी नारे और घृणास्पद संदेश लिखे गए थे. पास के दो एशियाई रेस्टोरेंट्स पर भी ऐसी ही तोड़फोड़ की गई. हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया चैप्टर के प्रमुख मकरंद भागवत ने इसकी कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि हमारा मंदिर शांति और एकता का प्रतीक है. इस तरह की तोड़फोड़ धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है. यह घटना ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के बीच असुरक्षा की भावना को दर्शाती है.
#BreakingNews - Disturbance outside the Consul General of India in Melbourne!
— The Australia Today (@TheAusToday) August 14, 2025
Khalistani 'goons' reportedly created a ruckus, disrupting the premises and raising tensions.
🇮🇳 Indians had gathered to peacefully celebrate India’s 79th Independence Day, but the celebrations were… pic.twitter.com/rnjC0i6TT8
इस तनाव के बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने भारत को 79वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारत का तिरंगा दुनिया भर में गर्व से लहरा रहा है. भारतीय समुदाय अपनी 78 वर्षों की उपलब्धियों पर गर्व कर सकता है. अल्बानीज़ ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गहरी दोस्ती की सराहना की. उन्होंने भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई समुदाय के योगदान को भी रेखांकित किया, जो दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करता है. मेलबर्न में भारतीय समुदाय ने खालिस्तानी समर्थकों के इस व्यवहार की कड़ी आलोचना की. समुदाय के सदस्यों ने एकता दिखाते हुए कहा कि वे शांति और सम्मान के साथ अपने देश का उत्सव मनाना चाहते हैं. स्थानीय प्रशासन से ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की माँग की जा रही है. पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है और स्थिति को शांत करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं.