नेपाल में नई शुरुआत! सुशीला कार्की बनीं नई प्रधानमंत्री, अब मंत्रिमंडल का विस्तार

सुशीला कार्की ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार छह महीने से ज्यादा सत्ता में नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य नई संसद को सत्ता सौंपना है. इसके लिए जनता का समर्थन जरूरी है. कार्की ने वादा किया कि वह देश को स्थिरता और विकास की ओर ले जाएंगी.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Sushila Karki: नेपाल में आज एक नए युग की शुरुआत हुई. पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने देश की नई प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया. यह बदलाव जेनरेशन जेड के नेतृत्व में हुए बड़े विद्रोह के बाद आया, जिसने केपी शर्मा ओली की सरकार को गिरा दिया. कार्की ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए एकता और पुनर्निर्माण का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हम सत्ता के लिए नहीं, बल्कि जनता की सेवा के लिए आए हैं.

सुशीला कार्की ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार छह महीने से ज्यादा सत्ता में नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य नई संसद को सत्ता सौंपना है. इसके लिए जनता का समर्थन जरूरी है. कार्की ने वादा किया कि वह देश को स्थिरता और विकास की ओर ले जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल गहरे वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, जिसे हल करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.

जेन जी क्रांति और हिंसा  

8 सितंबर को काठमांडू में जेनरेशन जेड के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए. ये प्रदर्शन सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए, लेकिन जल्द ही भ्रष्टाचार और असमानता के खिलाफ गुस्से में बदल गए. प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें 51 लोग मारे गए और 1,300 से ज्यादा घायल हुए. अगले ही दिन, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया. उनकी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) की सरकार गिर गई. कार्की ने कहा कि सत्ताईस घंटे तक लगातार आंदोलन नेपाल के इतिहास में पहली बार हुआ. प्रधानमंत्री कार्की ने प्रदर्शनों में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि मुझे उन परिवारों का दुख देखकर दर्द होता है, जिन्होंने अपने बच्चों को खोया. सरकार ने शहीदों के परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया. घायलों को भी सहायता प्रदान की जाएगी. कार्की ने यह भी कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की जांच होगी.

भ्रष्टाचार खत्म करने पर फोकस

कार्की ने देश के सामने मौजूद चुनौतियों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि नेपाल को फिर से खड़ा करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा. हम हार नहीं मानेंगे. उनकी सरकार का फोकस भ्रष्टाचार खत्म करना और आर्थिक समानता लाना है. कार्की ने जनता से धैर्य और सहयोग की अपील की. जेन-जी की क्रांति ने नेपाल के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है और अब सबकी नजर इस बात पर है कि कार्की इस बदलाव को कैसे आगे ले जाएंगी.

Tags :