Pakistan-Afghanistan War: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है. तालिबान सरकार ने दावा किया कि उसने पाकिस्तानी सेना पर कई पहाड़ी इलाकों में हमले किए. यह कार्रवाई कथित तौर पर पाकिस्तान के हवाई हमलों के जवाब में की गई. अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वारिज्मी ने X पर कहा कि तालिबान ने अफगान हवाई क्षेत्र के बार-बार उल्लंघन के खिलाफ सफल जवाबी हमले किए. ये हमले आधी रात तक चले.
यह तनाव गुरुवार को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हुए कथित पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद बढ़ा. इस हमले में एक बाजार तबाह हो गया और कई दुकानें नष्ट हो गईं. काबुल ने इस्लामाबाद पर अपनी संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. हालांकि, पाकिस्तान ने इन हमलों में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. बीबीसी के अनुसार अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल और बारामचा में गोलीबारी की खबरें हैं. कुर्रम जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान की ओर से रात 10 बजे भारी हथियारों से गोलीबारी शुरू हुई, जो रात भर जारी रही.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर एक अफगान A-29 सुपर टूकानो विमान पाकिस्तान के लाहौर पर बमबारी करता दिख रहा है. इस वीडियो में विस्फोट और ट्रेसर फायरिंग देखी जा सकती है. हालांकि, इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है. यह विमान 2021 में तालिबान के सत्ता में आने से पहले अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान को दिया गया था. यह दो 500 पाउंड के बम, रॉकेट और .50-कैलिबर मशीन गन ले जाने में सक्षम है. पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने तालिबान के हमलों को बिना उकसावे बताया. उन्होंने अफगान बलों पर नागरिकों पर गोलीबारी का आरोप लगाया. X पर उन्होंने लिखा कि नागरिकों पर गोलीबारी अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तानी सेना हर ईंट का जवाब पत्थर से देगी. रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, तालिबान ने सीमा पर छह ठिकानों को निशाना बनाया, जिसका पाक सेना ने कड़ा जवाब दिया.
इस बढ़ते तनाव के बीच क्षेत्रीय देशों ने शांति की अपील की है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने दोनों पक्षों से संयम बरतने को कहा. कतर ने स्थिति को शांत करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की मांग की. सऊदी अरब ने भी बातचीत के जरिए शांति बनाए रखने की अपील की और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए समर्थन जताया. यह तनाव ऐसे समय में बढ़ा है, जब अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत के दौरे पर हैं. यह दोनों देशों के बीच दुर्लभ राजनयिक बातचीत का प्रतीक है. इस स्थिति पर भारत और अन्य वैश्विक शक्तियों की नजर बनी हुई है.