India Pakistan Conflict: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की भारत के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है. आसिफ ने भारत के सैन्य और राजनीतिक नेताओं की टिप्पणियों को खोई विश्वसनीयता बहाल करने की कोशिश बताया और चेतावनी दी कि भारत अपने युद्धक विमानों के मलबे के नीचे दब जाएगा. भारत ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कड़ा जवाब दिया है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पाकिस्तान अल्लाह के नाम पर बना देश है. हमारे रक्षक अल्लाह के सिपाही हैं. इस बार, इंशाअल्लाह, भारत अपने विमानों के मलबे के नीचे दब जाएगा. उन्होंने भारत पर घरेलू विरोध से ध्यान हटाने के लिए तनाव बढ़ाने का भी आरोप लगाया. यह बयान 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए थे.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकी ढांचों को नष्ट किया और कई पाकिस्तानी ड्रोन व जेट विमानों को मार गिराया. सैटेलाइट चित्रों ने पाकिस्तानी सैन्य हवाई अड्डों को हुए नुकसान की पुष्टि की. भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने खुलासा किया कि भारत ने 12-13 उच्च तकनीक वाले पाकिस्तानी लड़ाकू विमान, जिनमें अमेरिका निर्मित F-16 और चीन निर्मित J-17 शामिल थे, नष्ट किए. उन्होंने पाकिस्तान के दावों को मनोहर कहानियां कहकर खारिज किया. शीर्ष खुफिया सूत्रों ने आसिफ की टिप्पणियों को गैर-जिम्मेदाराना बताया. उन्होंने कहा कि ये बयान पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता और गिरती अर्थव्यवस्था से ध्यान हटाने की कोशिश हैं. सूत्रों ने जोर देकर कहा कि भारत की विश्वसनीयता बयानबाजी पर नहीं, बल्कि उसकी सटीक और संयमित सैन्य कार्रवाइयों पर टिकी है. उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का जवाब निर्णायक और दंडात्मक होगा.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को कहा कि अगर पाकिस्तान भूगोल में रहना चाहता है, तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद रोकना होगा. उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में भारत की जवाबी कार्रवाई इस्लामाबाद को सोचने पर मजबूर कर देगी. जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत अब ऑपरेशन सिंदूर 1.0 जैसा संयम नहीं दिखाएगा. पाकिस्तान ने बिना सबूत के ऑपरेशन सिंदूर में जीत का दावा किया है. भारतीय सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान वैश्विक अलगाव और आंतरिक अशांति को छिपाने के लिए शेखी बघारने और दुष्प्रचार का सहारा ले रहा है. भारत ने स्पष्ट किया कि वह नफरत भरी बयानबाजी से नहीं भड़केगा, लेकिन किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए तैयार है.