Sushila Karki: नेपाल में चल रहे सियासी संकट के बीच पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को जनरल जी आंदोलन ने अंतरिम सरकार का नेतृत्व सौंपने का फैसला किया है. कार्की ने कहा कि युवाओं ने मुझ पर भरोसा जताया है. मैं राष्ट्रहित में काम करने को तैयार हूँ.
नेपाल में जनरल जी के युवाओं ने भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ आंदोलन छेड़ा. 8 सितंबर को शुरू हुए प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें 30 लोगों की मौत और 1000 से अधिक घायल हुए. काठमांडू में संसद भवन, राष्ट्रपति कार्यालय और कई नेताओं के घरों में आगजनी हुई. इसके बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया. जनरल जी के 5000 से अधिक युवाओं ने चार घंटे की वर्चुअल बैठक में सुशीला कार्की को अंतरिम नेता चुना.
सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रहीं. उन्होंने 2016 से 2017 तक यह जिम्मेदारी संभाली. उनकी छवि भ्रष्टाचार विरोधी और निष्पक्ष रही है. कार्की ने महिलाओं को नागरिकता देने का अधिकार दिलाने जैसे ऐतिहासिक फैसले सुनाए. 2007 में वरिष्ठ अधिवक्ता बनीं कार्की ने 2009 में सर्वोच्च न्यायालय में तदर्थ न्यायाधीश के रूप में शुरुआत की और 2010 में स्थायी न्यायाधीश बनीं. प्रदर्शनों के बाद नेपाल में सेना ने कमान संभाली. काठमांडू में कर्फ्यू लागू है और सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल के साथ जनरल जी प्रतिनिधियों की बैठक गुरुवार को होगी. कार्की ने कहा कि मेरा पहला लक्ष्य मृतकों के परिवारों को न्याय और शांति देना है. सेना ने 27 लोगों को गिरफ्तार किया और हथियार जब्त किए.
काठमांडू के मेयर बलेंद्र शाह ने भी कार्की के नाम का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मैं युवाओं की एकता और समझ को सलाम करता हूं. सुशीला कार्की सही विकल्प हैं. हालांकि, कुछ प्रदर्शनकारी शाह को ही नेता बनाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने चुनाव के जरिए नेतृत्व की बात कही. कार्की को अंतरिम सरकार के लिए सेना प्रमुख और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल से मंजूरी लेनी होगी. नेपाल में यह संकट दशकों में सबसे बड़ा माना जा रहा है. भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और आर्थिक असमानता के खिलाफ युवाओं का गुस्सा बढ़ रहा है. कार्की ने कहा कि नेपाल के लिए नई शुरुआत करेंगे. कार्की ने भारत के प्रति सम्मान जताया. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा नेपाल की मदद की है. मैं भारतीय नेताओं, खासकर पीएम मोदी की प्रशंसा करती हूँ. भारत ने नेपाल में फंसे अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है.