Los Angeles: लॉस एंजिल्स में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) की छापेमारी के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. शुक्रवार को शुरू हुए प्रदर्शनों ने शनिवार को और उग्र रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर ICE के खिलाफ नारेबाजी की और 'ICE आउट ऑफ LA!' जैसे नारे लगाए.
मिल रही जानकारी के मुताबिक कई जगह हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पत्थर, बोतलें और आतिशबाजी फेंकी. एक कार को आग के हवाले कर दिया गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अगर गवर्नर न्यूसॉम और मेयर करेन बास अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, तो संघीय सरकार हस्तक्षेप करेगी. यह तैनाती 60 दिनों तक रहेगी या रक्षा सचिव के विवेक पर निर्भर करेगी. कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसॉम ने ट्रंप के इस कदम को जानबूझकर भड़काऊ करार दिया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि संघीय सरकार कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड को अपने नियंत्रण में ले रही है. यह कोई जरूरत नहीं, बल्कि तमाशा पैदा करने की कोशिश है. न्यूसॉम ने कहा कि स्थानीय पुलिस हालात संभालने में सक्षम है और सैनिकों की तैनाती से तनाव बढ़ेगा.
ICE ने लॉस एंजिल्स में कई कार्यस्थलों पर छापेमारी की, जिसमें फैशन डिस्ट्रिक्ट और होम डिपो जैसी जगहें शामिल थीं. इस सप्ताह 118 लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें से 44 गिरफ्तारियां शुक्रवार को हुईं. ICE ने दावा किया कि इनमें से कुछ लोग गैंग मेंबर और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे. हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह छापेमारी सामान्य कामगारों और परिवारों को निशाना बना रही है. पैरामाउंट में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और मैक्सिकन झंडे लहराए. जवाब में ICE और बॉर्डर पेट्रोल ने आंसू गैस और फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया.
ट्रंप प्रशासन ने साफ कर दिया है कि वह आव्रजन नियमों को सख्ती से लागू करेगा. रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने चेतावनी दी कि अगर हिंसा नहीं रुकी, तो पास के कैंप पेंडलटन से सक्रिय मरीन सैनिकों को भी बुलाया जाएगा. दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों और स्थानीय नेताओं का कहना है कि यह कदम समुदाय को बांटने और डराने की कोशिश है.
Los Angeles: लॉस एंजिल्स में आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) की छापेमारी के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. शुक्रवार को शुरू हुए प्रदर्शनों ने शनिवार को और उग्र रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर ICE के खिलाफ नारेबाजी की और 'ICE आउट ऑफ LA!' जैसे नारे लगाए.
मिल रही जानकारी के मुताबिक कई जगह हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पत्थर, बोतलें और आतिशबाजी फेंकी. एक कार को आग के हवाले कर दिया गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अगर गवर्नर न्यूसॉम और मेयर करेन बास अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, तो संघीय सरकार हस्तक्षेप करेगी. यह तैनाती 60 दिनों तक रहेगी या रक्षा सचिव के विवेक पर निर्भर करेगी. कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसॉम ने ट्रंप के इस कदम को जानबूझकर भड़काऊ करार दिया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि संघीय सरकार कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड को अपने नियंत्रण में ले रही है. यह कोई जरूरत नहीं, बल्कि तमाशा पैदा करने की कोशिश है. न्यूसॉम ने कहा कि स्थानीय पुलिस हालात संभालने में सक्षम है और सैनिकों की तैनाती से तनाव बढ़ेगा.
ICE ने लॉस एंजिल्स में कई कार्यस्थलों पर छापेमारी की, जिसमें फैशन डिस्ट्रिक्ट और होम डिपो जैसी जगहें शामिल थीं. इस सप्ताह 118 लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें से 44 गिरफ्तारियां शुक्रवार को हुईं. ICE ने दावा किया कि इनमें से कुछ लोग गैंग मेंबर और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे. हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह छापेमारी सामान्य कामगारों और परिवारों को निशाना बना रही है. पैरामाउंट में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और मैक्सिकन झंडे लहराए. जवाब में ICE और बॉर्डर पेट्रोल ने आंसू गैस और फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया.
ट्रंप प्रशासन ने साफ कर दिया है कि वह आव्रजन नियमों को सख्ती से लागू करेगा. रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने चेतावनी दी कि अगर हिंसा नहीं रुकी, तो पास के कैंप पेंडलटन से सक्रिय मरीन सैनिकों को भी बुलाया जाएगा. दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों और स्थानीय नेताओं का कहना है कि यह कदम समुदाय को बांटने और डराने की कोशिश है.