Goa Trip in Monsoons: मानसून में गोवा की हरियाली देखते ही बनती है. पश्चिमी घाट से लेकर तट तक, हर कोना हरे रंग में रंगा होता है. सड़कें बारिश में चमकती हैं. नदियाँ उफान पर होती हैं. हवा में मिट्टी की सौंधी खुशबू ताजगी देती है. भीड़ कम होने से शांति मिलती है. होटल के दाम सस्ते हो जाते हैं. यह समय गोवा की सच्ची सुंदरता को महसूस करने का है.
गोवा-कर्नाटक सीमा पर स्थित दूधसागर जलप्रपात मानसून में अपनी पूरी शान दिखाता है. चार-स्तरीय झरने का दूधिया पानी जंगल और धुंध के बीच मनमोहक लगता है. रोमांच प्रेमी इसके आधार तक ट्रेक कर सकते हैं. रेल यात्रा से भी इसका शानदार नजारा दिखता है. यह गोवा का सबसे लोकप्रिय स्थल है.
पश्चिमी घाट में बसा चोरला घाट मानसून में जन्नत जैसा लगता है. कोहरे से ढके पहाड़ और झरने ड्राइव को यादगार बनाते हैं. यहाँ दुर्लभ पक्षी और तितलियाँ दिखाई देती हैं. भाग्यशाली होने पर सांभर हिरण भी नजर आ सकता है.
पंजिम का फॉन्टेन्हास लैटिन क्वार्टर मानसून में रोमांटिक हो जाता है. गीली गलियां और रंग-बिरंगी दीवारें आकर्षक लगती हैं. बोगनविलिया की खुशबू और ताजी ब्रेड का स्वाद मन मोह लेता है. छतरी लेकर टहलना और स्थानीय लोगों से बातचीत करना यहाँ खास अनुभव है.
पुराने गोवा से नौका यात्रा कर पहुंचने वाला दिवार द्वीप मानसून में खूबसूरत लगता है. हरे खेत, पुराने चर्च और बरगद के पेड़ शांति देते हैं. यहां ट्रैफिक और शोर से दूर गोवा का असली रूप दिखता है. यह शांत छुट्टियों के लिए बेहतरीन जगह है.
उत्तरी गोवा की अर्वलम गुफाएं छठी शताब्दी की हैं. मानसून में पास का अर्वलम झरना गर्जता है. यह रहस्यमयी जगह खोजकर्ताओं और फोटोग्राफरों को लुभाती है. यह कम चर्चित लेकिन प्रभावशाली स्थल है. मानसून में गोवा समुद्र तटों से ज्यादा है. यह प्रकृति, शांति और सादगी का अनुभव देता है. कम भीड़ और किफायती दाम इसे खास बनाते हैं. मानसून में गोवा की सैर एक अनोखा रोमांच है.