Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंधमारी मामले को लेकर लगातार जांच की जा रही है. वहीं, अब दिल्ली पुलिस मामले की तहकीकात के लिए आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट करना चाहती है. जिसके लिए पुलिस ने कोर्ट से इजाजत मांगी है. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की पटियाला कोर्ट से इजाजत मांगी है. पुलिस की अर्जी पर 2 जनवरी को कोर्ट सुनवाई करेगा. अभी सभी आरोपी 5 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में हैं.
बीते 13 दिसंबर को संसद पर हमले की 22वीं बरसी थी. इस दौरान दोबारा उस घटना को दोहराने की कोशिश की गई. संसद में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए थे. ये युवक नारेबाजी कर रहे थे, तभी एक युवक ने अपने जूते से स्प्रे निकालकर पीले रंग की गैस का छिड़काव किया था.
सदन में मच गई थी भगदड़
सदन में इस तरह के हमले के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी. हालांकि, कुछ सांसदों ने इन दोनों युवकों को पकड़ लिया था और इन्हें सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया था. इन दोनों युवकों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी के तौर पर हुई थी.
वहीं, सदन के बाहर दोनों आरोपियों के साथी नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे थे. मौके से प्रदर्शन करते हुए एक महिला नीलम देवी और एक युवक अमोल शिंदे को पुलिस ने गिर्फ्तार कर लिया था. दोनों पीले रंग की गैस स्प्रे कर रहे थे. इन चार आरोपियों के अलावा पुलिस ने दो और युवकों ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया था.
वीडियो बनाते हुए पकड़ा गया था आरोपी
बता दें जिस दौरान आरोपी संसद में घुसपैठ कर रहे थे. उसी वक्त ललित झा संसद के प्रदर्शन करने वाले आरोपियों का वीडियों बना रहा था. और इसे व्हाट्सऐप के जरिए अपने एक साथी को भेजा था. इतना ही नहीं ललित के पास सभी आरोपियों के मोबाइल भी थे, उसने इन्हें राजस्थान ले जाकर जला दिया था. पुलिस ने ललित की मदद के आरोप में महेश को गिरफ्तार किया था.
संसद की सुरक्षा में सेंधमारी से जुड़े सभी आरोपी अलग-अलग राज्यों से है. ये सभी सोशल मीडिया के जरिए आपस में मिले थे और काफी समय पहले से एक दूसरे को जानते हैं. संसद में घुसपैठ का आरोपी सागर यूपी के लखनऊ का है, जबकि मनोरंजन कर्नाटक के मैसूर का है. ये दोनों बीजेपी सांसद द्वारा जारी पास के जरिए संसद में घुसे थे. वहीं, नीलम हरियाणा, अमोल महाराष्ट्र, ललित बिहार और महेश राजस्थान का है.