Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा का समय आते ही राम भूमी हुई मंहगी, अयोध्या की जमीन पर विदेशियों का निवेश शुरु

Ayodhya: अयोध्या में जमीनें महंगी हो रही है, वहीं राम मंदिर कार्य में तेजी आते ही विदेशी लोग भी यहां अपना बिजनेस फैलाने की सोच रहे हैं.

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हाइलाइट्स

  • अयोध्या की जमीन रेट 10 गुना बढ़ते नजर आ रही है, बता दें कि यहां विदेशी निवेशकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है.
  • अयोध्या के कई इलाकों में उन्नति देखी जा रही है, जबकि राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह की तारीख आने वाले 22 जनवरी 2024 को रखा गया है.

Ayodhya: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोरो शोरों पर की जा रही है. वहीं देखा जा रहा है कि, यहां कि जमीनें भी महंगी होते नजर आ रही है. जबकि इन सारे मामलों पर रियल एस्टेट ब्रोकर्स ने बताया कि, न केवल देश बल्कि विदेशों के लोग भी राम भूमी पर निवेश करने में पीछे नहीं हट रहे हैं. जिसके कारण यहां की जमीन रेट 10 गुना बढ़ते नजर आ रही है, अगर आपके मन में भी है अयोध्या में जमीन खरीदने का विचार तो, आपको हम इसकी पूरी सूचना देते हैं. 

पूरी जानकारी 

ये सभी को पता है कि, किस प्रकार से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. सरकार लगातार अयोध्या में राम मंदिर के साथ वहां के क्षेत्रों को विकसित करने में लगी हुई है. जिसके कारण जमीन की कीमतें आसमान छूने लगी है.अयोध्या में जमीन की कीमत 10 गुना से अधिक बढ़ गई है. वहीं उत्तर प्रदेश की सरकार राज्य में चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों लखनऊ, नोएडा, वाराणसी और कुशीनगर के बाद, अब पांचवा हवाई अड्डा अयोध्या में भी तैयार किया जा रहा है. जबकि इसका जल्द ही उद्घाटन होने वाला है, लगभग 336.59 एकड़ में फैला ये हवाई अड्डा, ₹250 करोड़ की लागत से निर्माण किया जा रहा है. 

रियल एस्टेट बाजार 

दरअसल अयोध्या के राम मंदिर निर्माण को देखते हुए सरकार काफी सहज है. वहीं आने वाले दिनों में शहर के अंदर कई टाउनशिप और निजी होटल का निर्माण किया जाएगा. मिली सूचना के मुताबिक ये भूमि खंड चौदह कोसी परिक्रमा, रिंग रोड और लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के नजदीक उपस्थित है. जबकि अयोध्या विकास प्राधिकरण भी शहर के विकास की अधिक से अधिक तैयारी करने में लगा हुआ है. 

प्राण प्रतिष्ठा की तारीख 

आपको बता दें कि, पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा आधारशिला रखे जाने के 3 साल बाद अयोध्या के राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह की तारीख आने वाले 22 जनवरी 2024 निर्धारित कर दी गई है. वहीं मोदी के हाथों मंदिर की आधारशिला रखने के बाद 5 अगस्त, 2020 को इसके निर्माण कार्य को शुरू कर दिया गया था. जबकि उद्घाटन की तारीख आते ही बड़े पैमाने पर यहां बदलाव देखने को मिल रहा है.