Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा चूक मामले में पहली बार बोले BJP सांसद प्रताप सिम्हा, कहा- जनता करेगी फैसला

Parliament Security Breach: सांसद प्रताप सिम्हा पर विपक्षी दल इंडिया गठबंधन ने कर्रवाई करने की मांग की है. इस पर पहली बार बोलते हुए सिम्हा ने कहा कि उन्होंने यह फैसला भगवान और समर्थकों पर छोड़ दिया है कि वह देशद्रोही है या नहीं.

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हाइलाइट्स

  • संसद सुरक्षा चूक मामले में पहली बार बोले BJP सांसद प्रताप सिम्हा
  • कहा- लोकसभा चुनाव 2024 में जनता करेगी फैसला

Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में हुई 12 दिसंबर को भारी चूक मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां पूरी तरह से केंद्र सरकार पर हमलावर है. इस बीच भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की पूरे मामले पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उनका यह बयान विपक्ष के गद्दार वाले पोस्टर के बाद सामने आया है. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता साफ कर देगी की कौन गद्दार है और कौन देश भक्त. बता दें कि संसद भवन के घसने वाले दो आरोप सागर शर्मा और मनोरंजन डी के प्रताप सिम्हा के ऑफिस वाला विजिटर पास जारी किया गया था. 

सांसद प्रताप सिम्हा पर विपक्षी गठबंधन इंडिया ने कार्रवाई करने की मांग की है. इस पर पहली बार बोलते हुए सिम्हा ने कहा कि उन्होंने यह फैसला भगवान और समर्थकों पर छोड़ दिया है कि वह देश द्रोही है या नहीं. 

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार प्रताप सिम्हा ने कहा कि वह गद्दार हैं या देशभक्त, इसका फैसला मैसूर की पहाड़ियों पर विरजमान मां चामुंडेश्वरी और ब्रह्मागिरी पर विराजमान मां देवी कावेरी तय करेंगी. पिछले साढ़े 9 वर्षों  से मेरा काम देख रही मैसुरु और कोडगु की जनता धर्म और राष्ट्रवाद से संबंधित मुद्दों पर 2024 में लोकसभा चुनाव में वोट देकर ही साफ कर देगी. 

गद्दार वाले पोस्टर पर बोले प्रताप सिम्हा

प्रताप सिम्हा को गद्दार बताने वाले पोस्टर के बाद उनकी यह पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने इस दौरान कहा कि सिर्फ जनता ही फैसला सुनाएगी. मैंने उनके फैसले पर सब कुछ छोड़ दिया है. सिम्हा ने मुझे और कुछ नहीं कहना है. वहीं निस मामले पर दिल्ली पुलिस ने सांसद प्रताप सिम्हा के बयान को दर्ज करने की भी बात कही है. 

संसद में इस दिन हुई थी भारी सुरक्षा चूक 

संसद भवन में बुधवार (12 दिसंबर) को भारी सुरक्षा चूक का मामला सामने आया था. बता दें, कि कड़ी सुरक्षा होने के बावजूद भवन में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के अंदर कूद गए थे और स्प्रे से धुआं फैला दिया था. इसके बाद संसद भवन में अचानक ही अफरा-तफरी का माहौल शुरू हो गया था. इस दौरान 2 अन्य लोगों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया था. बता दें कि बुधवार को संसद में हुई सुरक्षा चूक वाले दिन साल 2001 में संसद भवन में आतंकी हमला हुआ था. उस घटना की 22वीं वर्षगांठ पर ससद भवन में यह सुरक्षा उल्लंघन का मामला सामने आया था.