Danish Ali Suspended: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने पार्टी के सांसद दानिश अली पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई उनपर पार्टी की नीतियों, विचारधारा और अनुशासन के खिलाफ जाकर बयानबाजी करने को लेकर की गई है. उनके निलंबन की जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने दी. इस बीच पार्टी ने निकाले जाने के बाद सांसद दानिश अली की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
क्या बोले दानिश अली?
#WATCH दिल्ली: निलंबित बसपा नेता दानिश अली ने पार्टी से निलंबित किए जाने पर कहा, "...मुझे हमेशा बहन जी(मायावती) का बहुत समर्थन मिला है लेकिन उनका आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया और कभी भी कोई पार्टी विरोधी काम… pic.twitter.com/kSH3oBgZoh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 9, 2023
निलंबित बसपा नेता दानिश अली ने पार्टी से निलंबित किए जाने पर कहा, "मुझे हमेशा बहन जी (मायावती) का बहुत समर्थन मिला है लेकिन उनका आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बसपा को मजबूत करने का प्रयास किया और कभी भी कोई पार्टी विरोधी काम नहीं किया. मैंने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और आगे भी करता रहूंगा. चंद पूंजीपतियों की लूट के खिलाफ मैंने आवाज़ उठाई है और आगे भी उठाता रहूंगा, यदि ऐसा करना जुर्म है तो मैंने जुर्म किया है और मैं इसकी सज़ा भुगतने के लिए तैयार हूं."
पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के अनुरोध पर बने थे संसाद
इस पत्र में सतीश मिश्रा ने दानिश अली को संबोधित करते हुए लिखा कि आपको पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के अनुरोध पर आपको अमरोहा से बसपा प्रत्याशी के रूप में टिकट दिया गया था. इस दौरान देवगौड़ा की तरफ से यह आश्वाशन दिया गया था कि बसपा से टिकट मिलने के बाद अली पार्टी की सभी नीतियों और निर्देशों का पालन करेंगे और पार्टी के हित में काम करेंगे. लेकिन इसके विपरीत आप पार्टी गतिविधियों में लिप्त हैं.