नई दिल्ली: दिल्ली में दीवाली के खत्म होने के बाद और ठंड शुरू होने से पहले वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्य है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार सुबह 6 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 322 दर्ज किया गया. एक्यूआई के मुताबिक ऐसी हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में आती है.
केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) ने चेतावनी दी है कि अगले छह दिनों तक दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में एक्यूआई 'खराब' से 'बहुत खराब' के बीच रह सकता है. दिल्ली के साथ-साथ पड़ोसी शहरों में भी हवा की गुणवत्ता एक गंभीर समस्या बनी हुई है.
दिल्ली के पड़ोसी शहर नोएडा में एक्यूआई 353 और गाजियाबाद में 310 दर्ज किया गया. हालांकि गुरुग्राम में स्थिति थोड़ी बेहतर रही, जहां एक्यूआई 247 था और हालांकि यह भी 'खराब' श्रेणी में ही है. फरीदाबाद में एक्यूआई 198 के साथ 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया गया. सीपीसीबी के अनुसार, एक्यूआई को छह श्रेणियों में बांटा गया है. 0-51 को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब', और 401-500 को 'गंभीर' माना जाता है. दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 'गंभीर' स्तर तक पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है.
सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद ही चिंताजनक है. एनसीआर बॉर्डर आनंद विहार (430) और वजीरपुर (403) में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में रहा. अलीपुर (309), अशोक विहार (369), बवाना (390), बुराड़ी क्रॉसिंग (344), चांदनी चौक (376), सीआरआरआई मथुरा रोड (330), द्वारका सेक्टर 8 (301), दिलशाद गार्डन (310), जहांगीरपुरी (370), मुंडका (356), नरेला (338), और विवेक विहार (371) जैसे इलाकों में एक्यूआई 'बहुत खराब' रहा. वायु प्रदूषण की समस्या ना केवल बच्चों और बुजुर्गों के लिए बल्कि युवाओं के लिए भी खतरनाक है. इसके अलावा इलाके में रहने वाले जानवरों पर भी इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. इससे बचने के लिए सुबह और शाम के समय बाहर ना निकलने की सलाह दी गई है. घर से निकलने पर मास्क पहनने के लिए कहा गया है.