नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने उनकी अमेरिका यात्रा के बारे में जानबूझकर झूठ फैलाया है. जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से भारत की छवि विदेशों में खराब हो रही है, जो देश के लिए हानिकारक है.
राहुल गांधी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए न्योता प्राप्त किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी का बयान पूरी तरह से गलत था और उन्होंने जानबूझकर तथ्य तोड़े हैं.
जयशंकर ने अपने एक ट्वीट में कहा, "राहुल गांधी ने दिसंबर 2024 में मेरी अमेरिका यात्रा के बारे में जानबूझकर गलत जानकारी दी. मैं वहां बाइडेन प्रशासन के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) से मुलाकात करने गया था. इसके अलावा, हमारे महावाणिज्य दूत के साथ बैठक की अध्यक्षता भी की थी."
Leader of Opposition Rahul Gandhi deliberately spoke a falsehood about my visit to the US in December 2024.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 3, 2025
I went to meet the Secretary of State and NSA of the Biden Administration. Also to chair a gathering of our Consuls General. During my stay, the incoming NSA-designate met…
जयशंकर ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस तरह के बयान केवल भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाते हैं और विपक्षी नेताओं को ऐसे बयान देने से पहले सोच-समझकर बोलना चाहिए.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उनके बयान से भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान हो रहा है. जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणियाँ स्पष्ट रूप से राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित हो सकती हैं, लेकिन इनसे विदेशों में देश की प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी के द्वारा फैलाए गए झूठ से देश की छवि को नुकसान हो रहा है, और ऐसा करना केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार के बयान विदेशों में भारत के सम्मान को गिराने का कारण बन सकते हैं.
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे बयानों से भारत की विदेश नीति और उसकी वैश्विक स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ता है, और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.