India-Maldives: भारत के सख्त रुख के बाद... MATI ने मांगी मांफी, कहा- हम शर्मिंदा हैं, भारत हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा है

India-Maldives: भारत और प्रधानमंत्री मोदी पर मालदीव के मंत्रियों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देश भर में बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा. जिसके बाद मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री ने मामले पर माफी मांगी है.

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India-Maldives Controversy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव सरकार के मंत्रियों की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद मामला गर्मा गया था. जिसका भारत में कड़ा विरोध हुआ. देश भर में बायकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा. देश भर में लोग मालदीव का विरोध करने लगे. वहीं, अब मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री ने मामले पर सफाई देते हुए माफी मांगी है. MATI ने कहा कि वो ऐसे अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता है. मालदीव के इतिहास में भारत हमेशा मुसीबत के समय सबसे पहले आगे आता है.

मालदीव एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री ने अपना बयान जारी करते हुए लिखा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भारत के लोगों के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियों की हम कड़ी निंदा करते हैं. भारत हमारे निकटतम पड़ोसियों और सहयोगियों में से एक है. MATI द्वारा जारी बयान में कहा गया, ''भारत हमेशा हमारे संकट भरे पल में पहला मददकर्ता रहा है. हम सरकार के साथ-साथ भारत के लोगों की तरफ से हमारे साथ बनाए गए घनिष्ठ संबंधों के लिए बेहद आभारी हैं.

सोशल मीडिया पर मालदीव बॉयकॉट हुआ ट्रेंड

भारत और मालदीव के बीच बढ़ते विवाद के बीच सोशल मीडया पर  #Boycott Maldives ट्रेंड करने लगा. इसी के बाद कई भारतीयों ने मालदीव में छुट्टियां रद्द करना शुरू कर दिया. बता दें कि मालदीव के मंत्रियों ने पीएम मोदी आपत्तिजनकर टिप्पणी करते हुए उनकी लक्षद्वीप की यात्रा का मजाक बनाया था. जिसके बाद भारतीय नाराज हो गए और उनकी आलोचना करने लगे. इसी के साथ मालदीव ने इस मामले में स्वंत संज्ञान लेते हुए अपने तीन सांसदों को संस्पेंड कर दिया. इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर मालदीव सरकार का कहना है कि यह सांसदों की निजी राय थी. इससे सरकार का कोई लेना-देना नहीं है.