प्रधानमंत्री मोदी ने "जन-औषधि केंद्र" की संख्या बढ़ाने के लिए लांच किया प्रोग्राम, बोले-'अच्छी दवाई-सस्ती दवाई, सबसे बड़ी सेवा'

PM Modi: देश में आजकल 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' चलायी जा रही. इसके तहत लोगों को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारें में जानकारी दी जा रही है.

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Viksit Bharat Sankalp Yatra: आज विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल मोड में केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बात की. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने जनऔषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए एक कार्यक्रम भी शुरू किया. उन्होंने दस हज़ार जान औषधि केंद्रों को बढाकर इसकी संख्या पच्चीस हज़ार करने की घोषणा की है.

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर लाभार्थियों से बात करते हुए बताया कि अब किस तरह  दवाइयों पर कम खर्च आएगा. उन्होंने कहा कि 'अच्छी दवाई और सस्ती दवाई' सबसे बड़ी सेवा है. उन्होंने इस बारे में और बताते हुए कहा कि पहले जिन दवाइयों पर 12-13 हज़ार का खर्च आता था, वो जन औषधि केंद्र की वजह से अब लोगों को सिर्फ 2-3 हज़ार में मिल रहा है. यानी अब 10 हज़ार की बचत हो रही है. उन्होंने लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए अपील किया कि इस समय जितने भी लोग मुझे सुन रहे हैं, उनसे मेरा अनुरोध है कि और भी जरूरतमंद लोगों को जन औषधि केंद्रों के बारे में बताइये.  

तीन सालों में महिलाओं को मिलेंगे 15 हज़ार ड्रोन 

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर 'प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केंद्र' को लांच करते हुए कहा कि इस योजना के तहत महिलाओं को तीन सालों में 15 हज़ार ड्रोन दिए जायेंगे. उन्होंने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन केंद्र ड्रोन मुहैया कराएगा. जिससे महिलाएं इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अपनी आजीविका चला सके. हालाँकि इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमन्त्री ने कहा कि जब ड्रोन चलाने को लेकर महिलाओं को प्रशिक्षण देने की बात हुई थी, तब लोगों ने इस पर बहुत संदेह किया था. लेकिन आज महिलाओं ने ये साबित कर दिया है कि ड्रोन न सिर्फ कृषि तकनीक को आगे बढ़ाएगा बल्कि महिला सशक्तिकरण का प्रतिक बनकर भी उभरेगा. 

लोगों ने "विकास रथ" का नाम बदल कर मोदी की गारंटी वाली गाड़ी रख दिया 

प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए ' विकसित भारत संकल्प यात्रा' के 15 दिन पूरे होने पर कहा कि इसकी शुरुआत में हमने इसका नाम 'विकास रथ' रखा था. लेकिन लोगों ने 15 दिन में इसका नाम बदल कर 'मोदी की गारंटी वाली गाड़ी' रख दिया. इसके साथ ही उन्होंने इस योजना की सफलता के बारे में  बोलते हुए कहा कि जिस तरह से पूरे देश में "विकसित भारत रथों"  का स्वागत किया जा रहा है और लोग उसके साथ चल रहें हैं, वो प्रेरित करने वाली बात है.