Republic Day : 75वें गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि, जानें क्या-क्या की गई तैयारियां

Republic Day : 26 जनवरी यानी कल भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. जिसे लेकर देशभर में अलग-अलग जगह तैयारियों का सिलसिला जारी है. इस बार गणतंत्र दिवस पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित है.

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Republic Day : 75वें गणतंत्र दिवस के समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले है. जिसके लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति आज यानी गुरुवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में लैंड करेंगे. दिल्ली स्थित फ्रांसीसी दूतावास द्वारा यह जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने और विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में नई पहलों को अंतिम रूप देने के बातचीत करेंगे.  

रक्षा सहयोग सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा

फ्रांसीसी राष्ट्रपति के भारत दौरे के दौरान कई मुद्दों को लेकर चर्चा होने के आसार है. पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच रक्षा सहयोग, विशाल भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग, जलवायु संकट, जैव विविधता से नुकसान और गरीबी उन्मूलन, व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और क्रॉस-निवेश जैसे मुद्दों को लेकर बातचीत की जाएगी. फ्रांसीसी दूतावास के बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मैक्रों की यात्रा फ्रांस-भारत रणनीतिक साझेदारी के महत्वाकांक्षी नवीनीकरण को मजबूत करेगी, जिस पर दोनों नेताओं ने 14 जुलाई को पेरिस में क्षितिज 2047 रोडमैप के माध्यम से निर्णय लिया था.

जयपुर में भव्य रोड शो

फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों आज जयपुर आएंगे. उनके दौरे की शुरुआत जयपुर से होगी. 25 जनवरी को मैक्रों जयपुर से अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत करेंगे. वह पीएम मोदी के साथ भव्य रोड शो के साथ अमेरिका के किले, हवा महल और जंतर मंतर का दौरा करेंगे.  मैक्रों 26 जनवरी को भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में दिल्ली के कर्तव्य पथ पर परेड का उद्घाटन करने वाले मुख्य अतिथि होंगे. गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार फ्रांस की सैन्य टुकड़ी ने भी हिस्सा लिया.

बता दें, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब जब भारत नौसेना के पहले स्वदेशी विमान वाहक, 45,000 टन के आईएनएस विक्रांत के लिए फ्रांस से 26 राफेल एम लड़ाकू विमान खरीदने पर विचार कर रहा है. साथ ही भारत अपनी नौसेना की समुद्री ताकत को बढ़ाने के लिए फ्रांस की तकनीक के साथ तीन और स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां बनाने की भी योजना बना रहा है.