Acne: मुहांसे अब सिर्फ किशोरों की समस्या नहीं रहे. देश भर के त्वचाविज्ञान क्लीनिकों में वयस्कों में मुहांसे के मामले बढ़ रहे हैं. सभी उम्र के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं. यह स्थिति गंभीर और भावनात्मक रूप से परेशान करने वाली है.
डॉक्टर बताती हैं कि वयस्कों में मुहांसे किशोरों से अलग हैं. ये सामान्य क्रीम से ठीक नहीं होते. इसके कारण गहरे और जटिल हैं. पुरुषों और महिलाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. उपचार में देरी से त्वचा पर निशान पड़ सकते हैं.
महिलाओं में मुहांसे का बड़ा कारण हॉरमोनल असंतुलन है. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और थायरॉयड की समस्याएं इसे बढ़ाती हैं. डॉक्टर कहती हैं कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में बदलाव जबड़े और ठोड़ी पर गहरे मुहांसे पैदा करते हैं. तनाव, खराब नींद और प्रोसेस्ड भोजन इस समस्या को और बढ़ाते हैं. ये त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा को कमजोर करते हैं.
पुरुषों में भी मुहांसे बढ़ रहे हैं. डॉक्टर के अनुसार, इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह इसके कारण हो सकते हैं. पुरुषों में हॉरमोनल बदलाव भी मुहांसे बढ़ाते हैं. धूम्रपान, शराब और गतिहीन जीवनशैली इसे और जटिल बनाती है. पुरुषों में यह समस्या अक्सर अनदेखी रहती है.
मुहांसों का एक अनदेखा कारण स्कैल्प का स्वास्थ्य है. माथे और हेयरलाइन पर मुहांसे अक्सर स्कैल्प की समस्याओं से जुड़े होते हैं. तैलीय या खुजलीदार स्कैल्प, जैसे सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस, मुहांसे बढ़ा सकता है. डॉक्टर कहती हैं कि स्कैल्प और त्वचा का एक साथ इलाज जरूरी है.”इससे बेहतर परिणाम मिलते हैं.आधुनिक जीवनशैली मुहांसों को बढ़ावा दे रही है. अनियमित दिनचर्या, तनाव और जंक फूड त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. ये सीबम उत्पादन को बढ़ाते हैं.
हॉरमोनल असंतुलन के साथ ये कारक मुहांसों को और गंभीर बनाते हैं. स्वस्थ आहार और नियमित जीवनशैली इसे कम कर सकती है. वयस्क मुहांसों का इलाज जटिल है. सामान्य क्रीम कम प्रभावी हैं. डॉक्टर सलाह देती हैं कि हॉरमोन, स्कैल्प और जीवनशैली पर ध्यान देना जरूरी है. त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है. व्यक्तिगत उपचार से बेहतर परिणाम मिलते हैं.