Expaliner: आज यानी 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है. पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. वह तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. सबसे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक फिर 1998 में और तीसरी बार 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक वह भारत के प्रधानमंत्री रहे,वे हिन्दी कवि, पत्रकार और प्रखर वक्ता थे. उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था. 6 अगस्त, 2018 को वाजपेयी का निधन हो गया. उनके निधन के कुछ महीने बाद अब उनका जन्मदिन बीजेपी द्वारा बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है.
पीएम मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 'सदैव अटल' स्मारक पहुंचे और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की पीएम के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष नैपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की.
वाजपेई जी के जीवन से जुड़े किसी भी हर जगह खूब छाए रहते हैं. आज हम भी आपसे कुछ इंट्रेस्टिंग किस्सा पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में बतायेंगे कि किस तरह अटल बिहारी वाजपेयी अपने हाजिर जवाब से सभी को चुप करा देते थे.
तीन बार पीएम रह चुके अटल बिहारी वाजपेयी अपने वैवाहिक जीवन को सार्वजनिक जीवन को अलग रखते थे. लेकिन अक्सर लोग उनसे शादी से जुड़े सवाल भी जरूर पूछ लिया करते थे. इसी क्रम में उनसे संसद में शादी से जुड़े सवाल किया गया. जिसमें उन्होंने जबरदस्त जवाब देते हुए कहा कि "मैं अविवाहित हूं. लेकिन कुंवारा नहीं."
अटल बिहारी वाजपेयी 1978 में विदेश मंत्री थे. तब उनसे कौल को लेकर सवाल पूछा गया था. उस दौरान वह चीन और पाकिस्तान से लौटकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इसी वक़्त पत्रकार उदयन शर्मा ने पूछा, "वाजपेयी जी, पाकिस्तान, कश्मीर और चीन की बात छोड़िए और ये बताइए कि मिसेज़ कौल का क्या मामला है?" तो उन्होंने ऐसा जवाब दिया कि जिसे सुनकर हर कोई खामोश हो गया. सभी की नजरें अटल बिहारी वाजपेयी पर जाकर टिक गईं थी. कुछ देर चुप रहने के बाद अटल बिहारी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "कश्मीर जैसा मसला है."
बता दें कि, अटल बिहारी वाजपेयी लव स्टोरी को लेकर चर्चा में बने रहते थे. अधिकतर लोग ये जानते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी शादी नहीं की, पर बहुत कम लोग जानते हैं कि मिसेज कौल प्रधानमंत्री आवास में उनके साथ रहती थीं, लेकिन पत्नी के दर्जे से नहीं. कहा जाता है कि इस प्यार की कहानी को कभी कोई नाम नहीं मिल सका.
वहीं एक बार एक पार्टी में एक महिला पत्रकार ने अटल से सवाल किया कि, "वाजपेयी जी आप अब तक कुंवारे क्यों हैं?" इस पर उन्होंने जवाब दिया, "आदर्श पत्नी की खोज में." महिला पत्रकार ने फिर पूछा, "क्या वह मिली नहीं?" वाजपेयी ने जवाब दिया, "मिली तो थी लेकिन उसे भी आदर्श पति की तलाश थी."
अटल बिहारी वाजपेयी बेबाकी और हाजिर जवाबी के लिए जाने जाते थे. कई मौके ऐसे आए थे जब उन्होंने अपनी वाक्पटुता से सामने वाले को अपना कायल कर दिया. बता दें कि जब प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के भीतर कहा था कि 'मुझे दहेज में पूरा पाकिस्तान चाहिए.' तो उन्होंने ये बात किसी और से नहीं बल्कि पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार से कही थी. यह कहानी साल 1999 की है, जब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत से पाकिस्तान के लिए बस सेवा शुरू की थी.
अटल बिहारी वाजपेयी के नेहरू भी कायल थे. एक बार तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने जनसंघ की आलोचना की. इस पर अटल ने कहा, "मैं जानता हूं कि पंडित जी रोज़ शीर्षासन करते हैं. वह शीर्षासन करें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मेरी पार्टी की तस्वीर उल्टी न देखें. इस बात पर नेहरू भी ठहाका मारकर हंस पड़े थे."
अस्सी के दशक में जब इंदिरा गांधी देश की पीएम थीं. अटल बिहारी वाजपेयी उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार की घटना को लेकर पदयात्रा कर रहे थे. वाजपेयी के मित्र अप्पा घटाटे ने उनसे पूछा, "पदयात्रा कब तक चलेगी?" अटल ने उत्तर दिया, "जब तक पद नहीं मिलता, यात्रा चलती रहेगी."
बता दें कि साल 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने बिहार पहुंचे हुए थे. जिस दौरान उन्होंने मंच से कहा, "मैं अटल हूं और बिहारी भी हूं." यह सुनकर लोगों ने खूब तालियां बजाईं.
अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी ये जो भी किस्से मैंने आपसे साझा ये सबकुछ अटल बिहारी वाजपेयी पर लिखी किताब 'हार नहीं मानूंगा: एक अटल जीवन गाथा' से लिए गए हैं.