Delhi Earthquake: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आज सुबह एक शक्तिशाली भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस भूकंप ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया, जहां लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप के ये झटके इतने तेज थे कि कई लोगों ने इसे पहले कभी महसूस नहीं किया था.

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Courtesy: social media

Delhi Earthquake: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आज सुबह एक शक्तिशाली भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस भूकंप ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया, जहां लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप के ये झटके इतने तेज थे कि कई लोगों ने इसे पहले कभी महसूस नहीं किया था. 

भूकंप का केंद्र और तीव्रता

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल में था, और इसकी तीव्रता 6.5 मापी गई. भूकंप के झटके दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों जैसे नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद और गाजियाबाद में भी महसूस किए गए. विशेषज्ञों का कहना है कि यह भूकंप भारतीय उपमहाद्वीप के लिए सामान्य से अधिक तीव्र था. 

लोगों की प्रतिक्रिया

"इस तरह के झटके पहले कभी नहीं महसूस किए," दिल्ली में रहने वाली एक महिला ने कहा. उन्होंने आगे बताया कि वह अपने घर में थीं जब अचानक उनके घर की दीवारें हिलने लगीं. "यह एक डरावना अनुभव था, हम सभी बाहर निकलने के लिए दौड़े," उसने कहा.

दिल्ली-एनसीआर में कई लोग भूकंप के झटके महसूस करने के बाद काफी घबराए हुए थे. कुछ ने तो अपने मोबाइल फोन से आपातकालीन सेवाओं को भी कॉल किया. हालांकि, अधिकारियों के अनुसार, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन भूकंप ने लोगों को इस बात का अहसास कराया कि इस तरह की प्राकृतिक आपदाएं कभी भी हो सकती हैं.

प्रधानमंत्री मोदी आग्रह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वीट किया, "दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. सभी से शांत रहने और सुरक्षा सावधानियों का पालन करने तथा संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया जाता है. अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं." 

भूकंप से बचाव के उपाय

विशेषज्ञों ने नागरिकों को भूकंप के दौरान सुरक्षित रहने के लिए कुछ अहम सलाह दी है. घरों में सुरक्षित स्थान पर रहना और दरवाजे या खिड़कियों से दूर रहना भूकंप के दौरान सबसे महत्वपूर्ण कदम होते हैं. इसके अलावा, खुले स्थान पर जाकर अपने शरीर को ढकने की सलाह भी दी जाती है. 

सतर्कता की आवश्यकता

हालांकि, भूकंप के बाद अभी तक किसी प्रकार के बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है, फिर भी विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर के लोग भविष्य में इस प्रकार की आपदाओं के लिए तैयार रहें. क्षेत्र में भूकंप की गतिविधि को लेकर अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे झटकों के समय नागरिकों को सही दिशा-निर्देश मिल सकें.

दिल्ली और एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटकों ने सभी को चौंका दिया है, और यह एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि हमें प्राकृतिक आपदाओं के लिए और अधिक सतर्क और तैयार रहना चाहिए. 

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