Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर आतंकी हमले में दो जवान शहीद हो गए. साथ ही दो मजदूरों के भी मारे जाने की भी खबर है. इसके अलावा दो जवान बुरी तरह घायल हो गए. मिल रही जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने एलओसी के पास बोटापत्थर गुलमर्ग के नागिन पोस्ट इलाके में सेना की गाड़ी को निशाना बनाया है. इस घटना की पुष्टि पुलिस द्वारा की गई है. हालांकि सेना की ओर से पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है.
एलओसी पर घटी इस घटना की जिम्मेदारी PAFF ने ली है. जिसे जैश ए मोहम्मद का ही प्रॉक्सी बताया जाता है. इस घटना से कुछ दिनों पहले ही जम्मू-कश्मीर में हुए एक आतंकी हमले में सात लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें 6 मजदूर और एक डॉक्टर शामिल थे. अब्दुल्ला सरकार बनने के बाद आतंकियों द्वारा की गई यह दूसरी बड़ी घटना है. हालांकि सरकार इस बार आतंकियों के इस कायराना हरकत को लेकर काफी गंभीर है.
सीएम अब्दुल्ला ने जताया दुख
आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'उत्तरी कश्मीर के बूटा पथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हुए हमले की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं. कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों की यह श्रृंखला गंभीर चिंता का विषय है. मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूँ और मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ. मैं यह भी प्रार्थना करता हूँ कि घायल लोग पूरी तरह से और जल्दी ठीक हो जाएँ.'
मुंहतोड़ जवाब देने का निर्देश
वहीं इस मामले को लेकर जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा, मैनें इस घटना को लेकर सेना के शीर्ष अधिकारियों से बात की. आतंकवादियों को मार गिराने के लिए त्वरित और मुंहतोड़ जवाब देने का निर्देश दिया. कार्रवाई जारी है. हम हमारे शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे. उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं. घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं.
पूर्व सीएम ने क्या कहा
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बारामूला में सेना के काफिले पर आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं और गहरा दुख हुआ. इस घटना में एक नागरिक की मौत हो गई. इसकी स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं और घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करती हूं.