गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन करने वालों को गरीबों की बातें ‘बोरिंग’ ही लगेंगी: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में अपना फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग (उबाऊ) ही लगेगी.

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Courtesy: social media

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में अपना फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग (उबाऊ) ही लगेगी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह भी कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों को झूठे नारे नहीं, बल्कि सच्चा विकास दिया है.

सरकार का सचेत और ईमानदार दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने गरीबों के लिए केवल झूठे वादे नहीं किए, बल्कि वास्तविक और ठोस विकास कार्यों को धरातल पर उतारा है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि गरीबों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाना है.

‘झूठे नारे नहीं, बल्कि सच्चा विकास’

प्रधानमंत्री मोदी ने यह आरोप भी लगाया कि कुछ लोग सच्चे विकास की बात करने के बजाय केवल दिखावा करते हैं और गरीबों के संघर्ष को समझने का प्रयास नहीं करते. उनका कहना था कि "हमने झूठे नारों के बजाय सच्चा और स्थायी विकास दिया है, जो गरीबों के जीवन में वास्तविक बदलाव ला रहा है."

विपक्ष की आलोचना पर मोदी का जवाब

विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार को बार-बार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के विकास की दिशा में काम किया है. गरीबों के कल्याण के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनका असर अब देश के हर कोने में देखा जा सकता है.

प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब लोकसभा में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही थी और विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार पर लगातार हमले किए जा रहे थे.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह संदेश दिया कि उनकी सरकार गरीबों के लिए न केवल राजनीतिक भाषणों की बजाय, बल्कि ठोस और प्रभावी योजनाओं के माध्यम से काम कर रही है.

(इस खबर को भारतवर्ष न्यूज की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)

 

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