Varanasi: अयोध्या के प्रभु राम और काशी के शिव को जोड़ेगी हेलिपैड, भक्तों को मिलेगी हेलिकॉप्टर की सुविधा

Varanasi: वाराणसी के नमो घाट पर निर्माण के साथ-साथ फिनिशिंग का काम जोरो शोरों पर किया जा रहा है. जिसकी कार्य अवधि आने वाले 30 दिसंबर को पूरी होनी है,

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हाइलाइट्स

  • इसको सुंदर और आकर्षक रूप देने के लिए दिन-रात कार्य चल रहा है. 

Varanasi: काशी से अयोध्या के बीच हवाई सफर की शुरुआत होने जा रही है, दरअसल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने से पहले ही आने वाले 17 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों नमो घाट के साथ ही साथ तीन हेलिपोर्ट को हरी झंडी दी जाएगी. जिसके आधार पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर काशी का दर्शन करने के लिए अयोध्या और प्रयागराज हवाई मार्ग बन जाएगा. जबकि इसकी शुरूआत होते ही काशी से अयोध्या की 220 किलोमीटर की दूरी को केवल 40 मिनट में तय किया जाएगा. 

राम और शिव होंगे एक

मिली जानकारी के अनुसार देवो के देव महादेव की पूजा करने के बाद भक्त अयोध्या में स्थित रामलला के दर्शन भी आसानी से कर पाएंगे. दरअसल यह सुविधा जनवरी से शुरू कर दी जाएगी, इतना ही नहीं देश में केदारनाथ, चार धाम सहित अनेक तार्थस्थलों पर हेली सेवा की तैयारियां चल रही है. मिली सूचना अनुसार निजी एविएशन कंपनियों के साथ हेली सेवा का अनुबंध करके उन्हें अवसर मिलेगा. 

 बनारस की सैर 

मिली जानकरी के मुताबिक इसके लिए बॉन्ड के हिसाब से किराया तय किया जाएगा. इसके बावजूद निजी हेली कंपनियां सैलानियों को बनारस की यात्रा करवाएगी, और पर्यटकों को काशी से अयोध्या पहुंचाएगी. वहीं इस सुविधा के लिए नमो घाट पर तीन हेलिपैड बनकर तैयार हो गए हैं. जिसमें 2 पक्के एवं एक कच्चे इमरजेंसी हेलिपैड का निर्माण किया गया है. जिसकी मदद से एक साथ तीन हेलिकॉप्टर उतारे जाएंगे. 

नमो घाट पर काम जारी 

वहीं अयोध्या के लिए बाबतपुर एयरपोर्ट से नई हेली सर्विस शुरू की जा रही है. जबकि वाराणसी के नमो घाट पर निर्माण के साथ-साथ फिनिशिंग का काम जोरो शोरों पर किया जा रहा है. जिसकी कार्य अवधि आने वाले 30 दिसंबर को पूरी होनी है, मगर इससे पहले ही आने वाले 17 दिसंबर को घाट स्मार्ट सिटी को सौंपने की बात बताई जा रही है. वहीं इसको सुंदर और आकर्षक रूप देने के लिए दिन-रात कार्य चल रहा है.