Vibrant Gujarat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के गांधीनगर स्थित मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे. 10 से 12 जनवरी तक होने वाले इस सम्मेलन में भारत के साथ ही 34 अन्य देश और 16 संगठन शामिल होंगे. इसके साथ ही सम्मेलन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी शामिल होंगे.
10 जनवरी को सुबह 9.45 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस साल के सम्मेलन का विषय गेटवे टू द फ्यूचर है. प्रधानमंत्री मोदी का ने इस सम्मेलन के बारे में कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट आत्मनिर्भर भारत के लिए समृद्ध गुजरात की परिकल्पना के साथ नई ऊंचाइयां हासिल करता रहेगा. वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि ये समिट प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुसार आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि ये समिट विकास और सामाजिक-आर्थिक वृद्धि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
देश की मुख्य रक्षा सामग्री निर्माता कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने इससे पहले 'वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो 2024' के 10 वें संस्करण में भाग लिया. एचएएल ने 'आत्मनिर्भर भारत' पर जोर देते हुए कहा कि वो इस आयोजन के द्वारा अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना चाहती है.
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो 2024 के दौरान एचएएल के सीएमडी सीबी अनंतकृष्णन ने इसे स्वदेशी रूप से डिजाइन अपनी उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर बताया. उन्होंने कहा कि "हमें पूरा विश्वास है कि यह उन उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक अवसर है, जिन्हें हम स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, चूंकि कई देश इस आयोजन में भाग लेंगे इसलिए एचएएल यहां वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग को दिखाएगा कि हमारी क्षमताएं क्या हैं?"
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति डॉ. जोस रामोस होर्टा और मोजाम्बिक गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम फिलिप जैसिंटो न्यूसी से मुलाकात की.
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दुनियाभर के उद्योगपतियों से भारत में निवेश बढ़ाने की योजनाओं पर बात करते हुए अलग-अलग क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. इसके साथ ही दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने भी भारत को रक्षा, स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में मदद देने का भरोसा दिया.
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दी.
उन्होंने बताया कि भारत और यूएई के बीच एक समझौता गुजरात सरकार और दुबई की बहुराष्ट्रीय लॉजिस्टिक कंपनी डीपी वर्ल्ड के बीच हुआ. जबकि बाकि के तीन समझौते नवीकरण ऊर्जा क्षेत्र, नवीन स्वास्थ्य देखभाल परियोजनाओं और फूड पार्क विकास में निवेश सहयोग के बारे में है.