चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की जापान और कोरिया यात्रा को राज्य के औद्योगिक इतिहास में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है. इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान कुल 9 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने पंजाब में निवेश के लिए समझौते किए हैं. इन निवेशों से हजारों युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है और राज्य की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी.
खास बात यह है कि ये निवेश केवल पारंपरिक उद्योगों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि एआई, आईटी और इलेक्ट्रिक व्हीकल जैसे भविष्य के क्षेत्रों पर केंद्रित हैं. जापान की नामी कंपनी यामाहा ने हीरो के साथ मिलकर पंजाब में इलेक्ट्रिक बाइक निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है. इससे राज्य में हरित परिवहन के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी.
वहीं होंडा पंजाब में कार पार्ट्स का उत्पादन शुरू करेगी, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर में राज्य की पहचान और मजबूत होगी. इससे स्थानीय युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
मोहाली को वैश्विक आईटी हब बनाने की दिशा में भी बड़े कदम उठाए गए हैं. फुजित्सु लिमिटेड ने मोहाली में एआई और आईटी प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है.
टोराय कंपनी ने निवेश में रुचि दिखाई है, जबकि टॉपन होल्डिंग्स ने 400 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है. इन कंपनियों के आने से हजारों आईटी प्रोफेशनल्स को पंजाब में ही काम करने का अवसर मिलेगा. जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने पंजाब की बागवानी परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इससे आधुनिक तकनीक के जरिए फल और सब्जी उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आमदनी में इजाफा होगा.
इसके साथ ही जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन ने स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश का भरोसा दिया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था दोनों को बल मिलेगा. जापानी संस्था एमईटीआई और ट्रक निर्माता सुमितोमो ने भी पंजाब में व्यापारिक संभावनाओं पर चर्चा की है. इससे कमर्शियल व्हीकल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को गति मिलने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इन समझौतों को पंजाब के विकास की मजबूत नींव बताया है.
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ घोषणाएं नहीं हैं, बल्कि जमीन पर बदलाव की शुरुआत है. राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस और तेज मंजूरी प्रक्रिया लागू की है.